Saturday 22 June 2013

यह वर्ल्ड वार ज़ेड दर्शकों की भी है

जापान की ऊंची दीवार पर चढ़ते ज़ोमबीज  
यूएन का पूर्व कारिंदा गेरी लेन अपने परिवार के साथ फिलाडेल्फ़िया की भीड़ भरी सड़क पर चला जा रहा है। तभी कार ले रेडियो पर अजीबो गरीब घटनाओ का जिक्र होने लगता है। तभी सड़क पर अजीबो गरीब आवाज़ें आने लगती हैं। इसके साथ ही लोगों पर मुरदों का हमला होने लगता है। वर्ल्ड वार ज़ेड  का यह पहला  सीन  रहस्य, रोमांच और भय का ऐसा ताना बाना बुनता है, जो पूरी फिल्म में दर्शकों को जकड़े रहता है। वह गेरी के साथ दुनिया के उन देशों में जा कर चलते फिरते  मुरदों द्वारा फैलाई गयी तबाही और लाशों के ढेरो को देखता है। वह गेरी बने ब्रैड पिट के साथ मुरदों के आतंक का सामना करने की तैयारी करता है। यही कारण है कि अपने शरीर में घातक बीमारी के विषाणु इंजेक्ट कर, जोंबीज के बीच से निकल रहे ब्रैड पिट भारतीय दर्शकों की ज़बरदस्त तालियों के हकदार हो जाते हैं। ऐसी तालियाँ बॉलीवुड का कोई सलमान खान, शाहरुख खान या रितिक रोशन ही बटोर पाता है। फिल्म जब खत्म होती है तो दर्शकों के चेहरे भयमिश्रित खुशी से खिले नज़र आते हैं।
 इसे मोंस्टर'स बॉल, फाइडिग नेवर लैंड और क्वांटम ऑफ सोलेस जैसी फिल्मों के निर्देशक की कल्पनाशीलता का कमाल कहा जाना चाहिए कि वह Hollywood में सबसे ज़्यादा लोकप्रिय जोंबीज की दुनिया को नष्ट करने की साजिश को स्वीकार्य बना पाते हैं। वह हर सीन कुछ इस प्रकार से पेश करते हैं कि दर्शक सुन्न बैठा सब कुछ देखता रहता है। उन्हे बीच बीच में उनके हीरो का हेरोईक कारनामा तालियाँ बजाने को प्रेरित करता है।   MatthewMichaelCarnahan और  J. Michael Straczynski  की कहानी पर चलते फिरते मुरदों के रोमांच को प्रभावशाली बनाने में Mathew Michael Carnhan, Drew Goddard और damon लिंदेलोफ की तिकड़ी ज़बरदस्त मोर्चा सम्हालती है। जापानियों द्वारा उठाई गयी ऊंची दीवार पर जोंबीज का चढ़ना दर्शकों के रोंगटे खड़ा कर देता है। ऐसे ही तमाम सींस में जब ज़िंदा लोग जीतते हैं, तो दर्शकों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं  रहता। बेन सेरेसिन अपने कैमरा के द्वारा जोंबियों के साथ रोमांचकारी दौड़ लगाते हैं। वह मार्क को ऐसा मुरदों का  संसार क्रिएट करने में भरपूर मदद करते हैं।  ऐसी फिल्मों में संगीत यानि बॅक ग्राउंड म्यूजिक का बड़ा महत्व होता है। Marco Beltrami अपने कंधों पर इस जिम्मेदारी को बड़ी मुस्तैदी से सम्हालते हैं। उनका संगीत डराता  ही नहीं, बल्कि रोमांच भी पैदा करता है। रोजर बार्टन और मट्ट चीज की एडिटिंग ने फिल्म की रफ्तार को सपोर्ट किया है।
दो सौ मिल्यन डॉलर में बनी और 116 मिनट लंबी इस फिल्म की जान ब्रैड पिट हैं। वह जहां एक पिता गेरी को अपने भवाभिनय से भिगोते हैं, वही एक जाबांज अधिकारी के रूप में हर हैरतअंगेज सीन को स्वाभाविक भी  बनाते हैं। उनके अभिनय का कमाल है कि दर्शक हर दृश्य से बंधा रहता है तथा हर इमोशन में उनके साथ होता है । ब्रैड पिट की पत्नी की भूमिका में मिरैले एनोस का अभिनय दिल को छूने वाला है। ब्रैड पिट को अन्य कलाकारों जेम्स बैज डेल, मेथ्यु फॉक्स, डेविड मोर्स, लुडी बोएकेन, आदि का खूब साथ मिला है।
अगर दर्शक चलते फिरते मुरदों से डरना चाहते हैं, रोमांचित होना चाहते हैं और उन पर मानवता की जीत दर्ज करना चाहते हैं, तो वर्ल्ड वार ज़ेड को देख कर इन खुशियों का मज़ा लूट सकते हैं।







No comments:

Post a Comment