Monday 3 November 2014

रसूख वाला बॉय फ्रेंड ज़रूरी है- श्रेया नारायण

यों  तो श्रेया नारायण का प्रोफाइल काफी भरा पूरा है।  उनके खाते में नॉक आउट, कुछ करिये, राजनीति, तनु वेड्स मनु, सम्राट एंड क., साहब बीवी और गैंगस्टर, रॉक ऑन,  आदि फ़िल्में दर्ज हैं।  रेखा के साथ इंद्र कुमार की फिल्म सुपर नानी  पिछले शुक्रवार रिलीज़ हुई है।  इस फिल्म में वह रेखा की बहु के किरदार में हैं, जो फिल्म अभिनेत्री बना चाहती हैं।  पेश है उनसे हुई बातचीत -
१- सुपर नानी रिलीज़ हो चुकी है।  कैसा लग रहा है ?
मेरे पेट में मरोड़ जैसी उठ रही थी।  मैं लम्बे समय बाद काम पर लौटी थी।  मैं अपनी माँ की बीमारी के कारण  कोई दो साल तक फिल्म नहीं कर पायी।  वह इस फिल्म को देखना चाहती थीं, लेकिन, जब तक फिल्म पूरी होती उनकी डेथ हो गयी।
२- रेखा और रणधीर कपूर जैसे वरिष्ठ कलाकारों के साथ फिल्म का अनुभव कैसा रहा ? कोई तनाव ?
हाँ, होता है।  आप इतने वरिष्ठ कलाकारों की वरिष्ठता और सम्मान के प्रति सतर्क रहते हो।   लेकिन,  आपको अपना ख्याल भी रखना होता है।  कभी इतने वरिष्ठों के साथ काम बेहतर हो जाता है।  कभी सामान्य से कम भी।  यह डायरेक्टर पर निर्भर करता है कि  वह बैलेंस कैसे बनाता है।
३- अन्य फिल्मों के चरित्रों के मुकाबले सुपर नानी में आपका किरदार कैसा है ?
मैंने वायआरएफ की सीरीज पाउडर में एक पुलिस की मुखबिर धंधे वाली का किरदार किया था।  मैं साहब बीवी और गैंगस्टर में महुआ रखैल का किरदार कर रही थी।  रॉकस्टार में मेरा कैमिया था। मैंने ज़्यादातर फिल्मों में सेक्सी और ग्लैमरस रोल किये हैं। पर इन सब से अलग है मेरा सुपर नानी का किरदार।  यह पूरी तरह से हास्य से भरपूर है।
४- रॉकस्टार की छोटी भूमिका करने का क्या नजरिया था ?
मुझे लोग आज भी उस रोल के लिए याद रखते हैं।  यह दिमाग को झिंझोड़ देने वाली भूमिका थी।  मैंने इसमे अपनी अभिनय शक्ति दिखायी थी।  मैं समझती हूँ कि  विश्व के किसी भी सिनेमा में छोटे मगर प्रभावशाली रोल का महत्व होता है।
५- बतौर एक्टर और बतौर सामान्य स्त्री आपकी चाहत क्या है ?
मैं चुनौतीपूर्ण भूमिका करना चाहती हूँ, जो पिछली भूमिका से भिन्न हो । हर रोल में भिन्नता होनी चाहिए।  नहीं तो सब बोरिंग हो जाता है।  वैसे मैं एक प्यारी सी पारिवारिक ज़िन्दगी चाहती हूँ।  मैं अपने सपने पूरे करना चाहती हूँ।  मेरा हमेशा कोई लक्ष्य होता है, और मैं उसी के अनुसार काम करती हूँ।  इससे ज़िंदगी सकारात्मक हो जाती है।
६- आपकी राजनीतिक और शैक्षणिक पृष्ठभूमि है।  क्या आप कभी राजनीति  में जाना चाहेंगी ?
हाँ बिलकुल।  मैं मैनेज कर पाने में सक्षम हूँ।  मैं दबाव झेल सकती हूँ।  मैं ख़राब से खराब  परिस्थितियों में भी संयम नहीं खोती।  मैंने अपनी माँ के कैंसर के दिनों में मृत्य की चुनौती झेली है।
७- बॉलीवुड में नए चेहरों की भरमार हो रही है।  आप इन्हे क्या सलाह देना चाहेंगी ?
अगर आप इंडस्ट्री से नहीं हैं तो मिस इंडिया बनिए।  ऑडिशन में समय बर्बाद मत कीजिये।  किसी स्टार को या ताकतवर रसूखवाले पुरुष  को मित्र बनाइये।  अगर यह नहीं है तो आप समय बर्बाद करते हैं।  अगर आपमे प्रतिभा नहीं भी है  घबराइये नहीं।  अच्छा चेहरा मोहरा, कनेक्शन और कम कपडे आपके काफी काम आएंगे।
८- आपको कौन या क्या प्रेरणा देता है ?
 न्याय के लिए संघर्ष मुझे प्रेरित करता है।  सादगी और दयालुता सबसे बड़े इंस्पिरेशन है।  ऐसे सामान्य लोग, जो अपनी कमियों के बावजूद दूसरों के लिए करने को तैयार रहते हैं, मेरे प्रेरक हैं।  मुझे मेरे दोस्त और परिवार प्रेरणा देता है।  मैं किसी से भी प्रेरणा ले सकती हूँ, अगर मेरी ज़िंदगी के लिए सार्थक हो, मेरे बौद्धिक लक्ष्य को पाने में सहायक हो।
राजेंद्र कांडपाल

No comments:

Post a Comment