Tuesday 13 January 2015

क्या दक्षिण की फ़िल्में सफल होंगी !


चिरंजीवी और प्रभुदेवा का हिंदी फिल्म दर्शकों से परिचय कराने वाली फिल्मों 'द जेंटलमैन' और 'कादलन' उर्फ़ 'हमसे है मुक़ाबला' के निर्देशक शंकर की बॉलीवुड में पहचान कमल हासन की डब फिल्म 'हिंद्स्तानी' और अनिल कपूर अभिनीत एक्शन पोलिटिकल फिल्म 'नायक' से बनी।  अब यही शंकर १६ जनवरी को स्पेशल इफेक्ट्स से भरी एडवेंचर फिल्म 'आई' ले कर हिंदी दर्शकों के रु-ब-रु होंगे। 'आई' दक्षिण की तीन भाषाओँ तमिल, तेलुगु और मलयालम के अलावा हिंदी में भी रिलीज़ की जा रही है। इस फिल्म का बजट, बॉलीवुड की किसी भी ए-ग्रेड फिल्म के बजट से कहीं ज़्यादा, १८० करोड़ है।  इसलिए, शंकर के सामने फिल्म को दक्षिण के दर्शकों के अलावा शेष भारत के दर्शकों के सामने बड़े पैमाने पर रिलीज़ करने की कठिन चुनौती है।
क्या तमिल भाषा में बनाई गई फिल्म 'आई' में शंकर के सामने पेश होने वाली चुनौतियों को कम करने की विशेषतायें हैं ? फिल्म के स्पेशल इफेक्ट्स हिंदी दर्शकों को भी आकर्षित करने वाले हो सकते हैं। परन्तु, इससे भी ज़्यादा ज़रूरी है हिंदी बेल्ट के दर्शकों को अपने जैसे लगने वाले चेहरे। 'आई ' के नायक विक्रम की नायिका एमी जैक्सन हैं। विक्रम को २०१० में रिलीज़ मणिरत्नम की फिल्म 'रावण' और २०१३ में रिलीज़ बिजॉय नाम्बियार  की फिल्म 'डेविड' में देखा गया था। उनकी दो फ़िल्में मलयाली भाषा की इंद्रप्रस्थम और तमिल 'अंनियन ' को हिंदी में 'डेल्ही दरबार' और 'अपरिचित' टाइटल के साथ रिलीज़ किया गया था।  लेकिन, यह सभी फ़िल्में  हिंदी दर्शकों द्वारा नापसंद कर दी गयी थी।  एमी जैक्सन की राजबब्बर और स्मिता पाटिल के बेटे  प्रतीक के साथ फ्लॉप फिल्म 'एक दीवाना था'  २०१२ में रिलीज़ हुई थी। ज़ाहिर है कि  यह दोनों चेहरे बॉलीवुड फिल्म दर्शकों को अपील करने वाले नहीं।
जहाँ तक, दक्षिण की फिल्मों को हिंदी दर्शकों के रिस्पांस का सवाल है, बहुत उत्साहित होने वाली बात नज़र  नहीं आती ।  सत्तर और अस्सी के दशक में दक्षिण के सितारों की धूम मचती थी। दक्षिण के फिल्मकार एक के बाद हिट फ़िल्में देते रहे।  के० राघवेन्द्र राव और टी रामाराव की पारिवारिक और एक्शन हिंदी फिल्मों को दर्शकों ने बहुत पसंद किया।  वास्तविकता तो यह है कि जब भी दक्षिण के फिल्मकारों ने हिंदी अभिनेता अभिनेत्रियों के साथ हिंदी फ़िल्में बनायी, दर्शकों ने स्वीकार किया।  मणिरत्नम और प्रियदर्शन हिंदी दर्शकों के लिए जाने पहचाने नाम हैं।  इस समय भी एआर मुरुगदॉस हिंदी दर्शकों के पसंदीदा हैं। आर बल्की की हिंदी फिल्मों 'चीनी कम' और 'पा' को बढ़िया सफलता मिली। परन्तु, शंकर की फिल्म 'आई' हिंदी में डब तमिल फिल्म हैं।  दक्षिण की डब कर रिलीज़ की गयी फिल्मों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। हालाँकि, तमिल फिल्म 'रोजा' और 'बॉम्बे' डब होने के बावजूद सुपर हिट हुई। परन्तु, ज़्यादातर डब फ़िल्में साधारण बिज़नेस ही कर सकी हैं। पूरी दुनिया में तहलका मचा देने वाली रजनीकांत की फिल्म 'शिवाजी' हिंदी में 'शिवाजी द बॉस' बन कर कुछ ख़ास नहीं कर पाई। हालिया कुछ फिल्मों की बात की जाये तो रजनीकांत की ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ फिल्म 'एंधिरन' का हिंदी संस्करण 'रोबोट' तथा कमल हासन की फिल्म 'विश्वरूपम' का हिंदी संस्करण 'विश्वरूप' को तकनीकी उत्कृष्टता के बावजूद अच्छी सफलता नहीं मिली।  अभी २६ दिसंबर को रिलीज़ रजनीकांत की फिल्म 'लिंगा' तो बुरी तरह से असफल हुई।
बहरहाल,  शंकर अपनी महंगी फिल्म 'आई' को बड़ी सफलता देने की भरपूर कोशिश में है। 'आई' को तमिल, तेलुगु और मलयालम संस्करणों के साथ पूरे दक्षिण में रिलीज़ किया ही जायेगा।  इसे शेष भारत में भी जोर शोर के साथ रिलीज़ की योजना है। यहाँ तक कि  इसे चीनी भाषा में भी डब कर रिलीज़ किया जायेगा।  'आई' को पूरी दुनिया में तीन हज़ार से ज़्यादा प्रिंट्स में रिलीज़ किया जायेगा।  हिंदी संस्करण के लिए शंकर और उनकी टीम ख़ास कोशिश कर रही है। फिल्म के नायक विक्रम और नायिका एमी जैक्सन ने सलमान खान के शो 'बिग बॉस ८' के लिए स्पेशल एपिसोड शूट किया। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी हिंदी में डब फिल्म का प्रमोशन हिंदी एंटरटेनमेंट चैनल से हो रहा है। सोशल साइट्स पर 'आई' के टीज़र ट्रेलर को ज़बरदस्त रिस्पांस मिला है।  इसे १२ घंटों में १० लाख से ज़्यादा हिट्स मिले।  इस प्रकार से 'आई' के टीज़र ने 'बैंग बैंग ' के १३ घंटों में दस लाख हिट्स का कीर्तिमान पीछे छोड़ दिया। इसे दो हफ़्तों में कीर्तिमान ७० लाख लोगों ने देखा। इस तमिल फिल्म की म्यूजिक रिलीज़ और ट्रेलर रिलीज़ के प्रोग्राम किसी हिंदी फिल्म से कमतर नहीं हुए।
१६ जनवरी को दक्षिण के ज़्यादातर सिनेमाघर तमिल, तेलुगु और मलयालम 'आई ' से ठंसे होंगे।  हिंदी बेल्ट भी उनके स्वागत में तैयार नज़र आ रही है।  हिंदी फिल्म वितरकों को 'आई' में दम नज़र आया है। ९ तारिख को अर्जुन कपूर और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म 'तेवर'  रिलीज़ हो रही है।  इस फिल्म में इतनी दम नहीं है कि ज़्यादा स्क्रीन छेंक सके।  इसलिए, हिंदी बॉक्स ऑफिस पर 'आई' को 'अलोन' खड़ा कहा जा सकता है।  जी हाँ, १६ जनवरी को बिपाशा बासु की इरोटिक हॉरर फिल्म 'अलोन' रिलीज़ हो रही है। इसमे कोई शक नहीं कि  बॉक्स ऑफिस पर सेक्स बिकता है। परन्तु, अगर, 'आई' का प्रभावशाली प्रचार किया गया तो कोई शक नहीं अगर हिंदी दर्शक इस हॉरर फिल्म के साथ साथ फंतासी 'आई' को देखना चाहें। फिल्म के निर्माता रविचंद्रन कहते हैं, "पहले दर्शक सितारों के कारण फिल्म देखता था।  अब कई फैक्टर हैं।  अगर फिल्म अच्छी बन पड़ी है तो चलेगी ही। भाषा महत्व नहीं रखती।"



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