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Saturday 23 June 2018

दिलजीत की अर्जुन पटियाला में सनी लियॉन

दिलजीत दोसांझ की फिल्म अर्जुन पटियाला में, केवल पटियाला का अर्जुन ही नहीं है। दूसरे किरदार भी है।यह एक कॉमेडी फिल्म है।  इसलिए, इस फिल्म में कुछ दिलचस्प किरदार हैं।

दिलजीत दोसांझ विचित्र प्रकृति के पोलिसवाले बने हैं।

फिल्म में उनकी नायिका कृति सेनन एक टीवी चैनल की स्कूप खोजने में जुटी रहने वाली पत्रकार की भूमिका कर रही हैं।

वरुण शर्मा, व्यंग्यात्मक भाषा बोलने वाले दिलजीत के साथी बने हैं।

इसी फिल्म में, सनी लियॉन का छोटा मगर दिलचस्प रोल हैं।

वह एक ब्यूटी पार्लर चलाती हैं।  दिलजीत दोसांझ का करैक्टर उनकी मदद करता है।  सनी लियॉन के किरदार का नाम बेबी नरूला है।

इस करैक्टर और दिलजीत के करैक्टर के बीच एक गर्मागर्म आइटमनुमा गीत भी रखा गया है।

सनी लियॉन की यह भूमिका, उनकी पहले की शाहरुख़ खान के साथ रईस और अजय देवगन की फिल्म बादशाओ जैसी, मगर थोड़ा अलग है।

इन दोनों ही फिल्मों में सनी लियॉन ने शाहरुख़ खान और इमरान हाश्मी के साथ आइटम सांग किया था। सनी लियॉन की फिल्म अर्जुन पटियाला के झमाझम गीत की कोरियोग्राफी विजय गांगुली ने की है।

दिनेश विजन की फिल्म अर्जुन पटियाला का निर्देशन रोहित जुगराज कर रहे हैं।

रोहित जुगराज ने दिलजीत दोसांझ की दो पंजाबी फिल्मों सरदारजी और सरदारजी २ का निर्देशन किया था।

अर्जुन पटियाला सिनेमाघरों में १३ सितम्बर को प्रदर्शित की जाएगी । 

सितारों भरी कलंक में हितेन तेजवानी - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Wednesday 21 February 2018

डिस्कवरी जीत पर सनी लियॉन का हास्यास्पद रोमांच

नए हिंदी चैनल डिस्कवरी जीत पर बॉलीवुड अभिनेत्री लोकप्रिय सर्वाइवल सीरीज मैन वर्सेज वाइल्ड हिंदी में कर रही हैं। इस सीरीज में दर्शकों को पूर्व पोर्न फिल्म स्टार और बॉलीवुड की ग्लैमरस एक्टर सनी लियॉन का एडवेंचर पक्ष दिखाई देगा । वह शो में कई कठिन एक्शन कर रही होंगीबेशक इनके साथ हास्य भी होगा। यह सीरीज बेअर ग्रिल्स के इसी टाइटल वाले शो पर आधारित होगी ।  बेअर गिल्स अपने इस शो में बताते थे कि दुनिया के दूरस्थ इलाकों में अति विपरीत परिस्थितियों में किस प्रकार से जीवित रहा जाये, कैसे जंगल के जीवों के साथ सामंजस्य बैठाया जाए ।  हिंदी शो में सनी लियॉन अपने एडवेंचर के अनुभव ख़ास तौर पर बनाए गए सेट्स पर आकर बतायेंगी । इस शो का नाम मैन वर्सेज वाइल्ड विथ सनी लियॉन है ।  इस शो के सेट में तालाबगुफाएं और घने पेड़ भी होंगेताकि सेट्स वास्तविक लग सकें और दर्शकों को जंगल का अनुभव हो । इस शो को लेकर उत्साहित सनी लियॉन अपने सोशल अकाउंट पर हास्य परिहास के शब्दों के साथ चित्र डालती रहती हैं । इनसे इस शो के बारे में जानकारी मिलती रहती है । सनी लियॉन कहती हैं, “इस शो के ज़रिये मुझे अपने रोमांचक पक्ष का प्रदर्शन करने का मौका मिल रहा है । इस पक्ष को अभी तक मेरे टेलीविज़न दर्शक नहीं देख पाए हैं ।” सनी लियॉन जानती हैं कि बेयर ग्रिल्स ने २००६ से २०११ के बीच अपने शो बॉर्न सर्वाइवर : बेयर ग्रिल में जो कर दिखाया हैउसे वह नहीं कर सकती । लेकिनवह कहती है, “मैं इसे अपनी शैली में हास्य और मज़े से भरपूर पेश करने की कोशिश करूगी ।”  



Thursday 8 February 2018

वुमन पावर : इस चित्र में सनी लियॉन के ढाई किलो के हाथ का जलवा !

सनी देओल के बाद, एक और सनी यानि सनी लियॉन के ढाई किलो  के हाथ का जलवा।  तुलना कीजिये और बताइये। किसका  ज़्यादा पावरफुल है ढाई किलो का हाथ?

Wednesday 20 December 2017

हाई कोर्ट कहेगा तो होगा सनी लियॉन का शो

सनी लियॉन ने, बेंगलुरु में अपना न्यू इयर ईव का कार्यक्रम न हो पाने के बावजूद दक्षिण के अपने तमाम प्रशंसको को तहेदिल से शुक्रिया कहा है।  वह आगे फिर कभी की राह पर चल पड़ी हैं।  लेकिन, उनके शो के आयोजकों ने उम्मीद नहीं छोडी है।  उन्होंने कर्णाटक उच्च न्यायालय में अपील दायर की है और माननीय न्यायालय से अनुरोध किया है कि वह कर्णाटक सरकार को निर्देश दे कि उनके शो को अनुमति दी जाये । अगले साल के मध्य होने जा रहे विधान सभा चुनाव के हैंगओवर में फंसी कर्णाटक सरकार ने पिछली १५ दिसम्बर को एक कन्नड़ ग्रुप के विरोध के बाद शो की अनुमति नहीं दी थी। हालाँकि, लिखित में शो को मना भी नहीं किया गया था। लेकिन, आयोजकों को बिना पुलिस और प्रशासन की लिखित अनुमति के बृहत बेंगलुरु महानगर पालिके की अनुमति भी नहीं मिल सकती।  इसके बिना वह अग्निशमन विभाग का सहयोग भी नहीं प्राप्त कर सकते। कर्णाटक रक्षण वेदिके जिस प्रकार की हिंसक गतिविधियाँ कराती है, उसे देखते हुए बिना पुलिस संरक्षण के बेंगुलुरु में सनी लियॉन की सुरक्षा की गारंटी भी नहीं ली जा सकती। ऐसे में, जबकि यह संगठन सनी लियॉन का पुतला खुलेआम जला चुका है, सनी लियॉन को शो पर बुलाना खतरे से खाली नहीं होगा। अब अगले दो तीन दिन बताएँगे कि उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सनी लियॉन का शो होगा या नहीं ! 

Wednesday 13 December 2017

क्या !!! सनी लियॉन बनेंगी मीना कुमारी ?

खबरों पर भरोसा करें तो विवादित फिल्मों के लिए कुख्यात अभिनेता ने निर्देशक बने करण राजदान अपना कम्बल किनारे डाल कर फिर मैदान पर आ उतरे हैं।  अपनी रोशनी, हवस, गर्ल फ्रेंड, सौतन, आदि गर्म फिल्मों के लिए मीडिया और समीक्षकों की कड़ी आलोचनाओं में घिरे रहने वाले करण राज़दान ने कॉमेडी फिल्म मिस्टर भट्टी ऑन छुट्टी (२०१२) के बाद फिल्मों से किनारा कर लिया था।  कुछ समय पहले, यह खबर आई थी कि करण राज़दान पुराने जमाने की अदाकारा मीना कुमारी पर फ़िल्म बनाने जा रहे हैं।  करण राजदान की फिल्म मीना कुमारी की शराब में डूबी और प्रेम में असफल निराश ज़िन्दगी की कहानी होगी।  उन्होंने इस बायोपिक  में मीना कुमारी की भूमिका करने के लिए कंगना रनौत, माधुरी दीक्षित और विद्या बालन से संपर्क किया।  कहते हैं करण राज़दान, "इन अभिनेत्रियों ने किसी न किसी कारण से इस फिल्म में काम करने से मना कर दिया। " विद्या बालन बायोपिक फिल्म में मीना  कुमारी का किरदार करने के लिए बिलकुल तैयार थी।  लेकिन, वह स्क्रिप्ट में कुछ बदलाव चाहती थी।  वह फिल्म को पूरी तरह से गंभीर बना देना चाहती थी।  इस पर बात बिगड़ गई।  हो सकता है कि इन अभिनेत्रियों ने फिल्म में मीना कुमारी की ज़िन्दगी को लेकर विवादित अंश पाए हो, इसलिए फिल्म करने से मना कर दिया।  लेकिन, जब इस फिल्म के बारे में सनी लियॉन को मालूम हुआ तो उन्होंने खुद करण राजदान को फ़ोन कर स्क्रिप्ट सुनने की इच्छा प्रकट की।  कहते हैं करण राजदान, "मैं उनसे उनके घर जा कर मिला।  मैंने उन्हें काफी देर तक स्क्रिप्ट सुनाई।  वह पहली अभिनेत्री थी, जिसने स्क्रिप्ट सुनने के बाद मुझसे  पूछा कि इसकी शूटिंग कब शुरू कर सकते हैं ! मैं  नहीं कहूंगा कि सनी लियॉन इस रोल के लिए सही चुनाव नहीं।  खुद  सनी भी  इसमें बड़ा मौका देख रही है।" सनी लियॉन के मीना कुमारी की फिल्म के प्रति उत्साह ने करण राजदान की फिल्म  उन्हें  दिला तो दी है।  लेकिन,  देखना है कि मीना कुमारी के प्रशंसकों के भारी विरोध के बावजूद वह मीना कुमारी के करैक्टर को परदे पर किस तरह अंजाम  देती हैं।  

Sunday 3 December 2017

घुड़सवारी क्यों सीख रही है सनी लियॉन

आजकल,  सनी लियॉन को घोड़े पर सवार हो कर घोड़ा दौड़ाते देखा जा सकता है।  वह तलवार भांजना भी सीख  रही हैं।  सनी लियॉन की घुड़सवारी और तलवारबाज़ी की यह कवायद क्यों ? जी हाँ, आप ठीक समझे।  सनी लियॉन एक तेलुगु पीरियड ड्रामा फिल्म करने जा रही है।  वीसी वाड़ीवुडैयान के निर्देशन में बनाई जा रही यह अनाम फिल्म दक्षिण भारत की संस्कृति पर नज़र रखने वाली फिल्म होगी।  दावा यह किया जा रहा है कि इस फिल्म में सनी लियॉन का बिलकुल नया अवतार होगा।  बॉलीवुड में पोर्न फिल्म स्टार की हैसियत से जगह बनाने वाली सनी लियॉन ने शुरूआती फिल्मों में कामुक हावभाव और अंग प्रदर्शन करने के बाद धीरे धीरे कर खुद की भूमिकाओं में बदलाव करना शुरू कर दिया।  जिस्म २ (२०१२) में पोर्न स्टार की तरह जिस्म का प्रदर्शन करने वाली सनी  लियॉन ने पांच सालों के अंदर तेरा इंतज़ार जैसी फिल्म कर डाली, जिसमे एक्टिंग के अलावा अंग प्रदर्शन की कोई गुंजाईश नहीं थी।  अब बॉलीवुड की यह बेबी डॉल, दक्षिण की फिल्म में कुछ ऐसा करने जा रही है, जिससे उनकी इमेज पूरी तरह से और हमेशा के लिए बदल जाएगी।  इस फिल्म के बारे में सनी लियॉन ने बताया, "मैं ऎसी ही स्क्रिप्ट का इंतज़ार कर रही थी, जो सालों में कभी बनाई जाती हैं।  जैसे ही डायरेक्टर वीसी वाड़ीवुडैयान ने मुझे यह स्क्रिप्ट सुनाई, मैंने एक मिनट भी नहीं लिया हां बोलने में।  मेरे दिल में दक्षिण भारत के लिए खास जगह है।  ख़ास तौर पर आंध्र प्रदेश, तमिल नाडु और केरला के लिए।  यहाँ मेरे बहुत से प्रशंसक है। " एक ख़ास बात और ! सनी लियॉन की यह फिल्म फरवरी में फ्लोर पर जाएगी।  इस फिल्म को तेलुगु के अलावा हिंदी, तमिल और मलयालम में भी रिलीज़ किया जायेगा।  

Tuesday 31 October 2017

हस्बैंड डेनियल ने वाइफ सनी लियॉन से कहा- चल कूद ले पगली !

जब सनी लियॉन अपने हस्बैंड डेनियल वेबर की पीठ पर उछल कूद करने लगी। देखने वाले चकित।  वेबर ने  कहा- कोई मुझे बचाओ ।  सनी खिलखिलाते हुए बोली- मुझे कूदने दो।  तुम्हे परेशान करने में मज़ा आता है।  बेबस वेबर ने कहा- चल कूद ले पगली।  मैं तुझे प्रेम करता हूँ।  

Monday 25 September 2017

सनी लियॉन ने बताई एकता कपूर को उसकी औकात

रागिनी एमएमएस २ का एक दृश्य 
बालाजी मोशन पिक्चर्स के बैनर तले एकता कपूर ने २०११ की हिट फिल्म रागिनी एमएमएस का सीक्वल रागिनी एमएमएस २ का निर्माण सनी  लियॉन को नायिका बना कर किया था।  इस फिल्म में सनी लियॉन ने कामुकता की हर हद पार कर दी थी।  इस वजह से १९ करोड़ की लागत से बनी इस फिल्म ने ६३ करोड़ से अधिक का ग्रॉस किया था ।  अब एकता कपूर इस फिल्म पर वेब सीरीज  रागिनी एमएमएस रिटर्न्स बनाना चाहती हैं।  एकता कपूर इस सीरीज से सनी लियॉन को भी जोड़ना चाहती थी।  एकता कपूर ने फिल्म में कैमिया करने  से लेकर एक आइटम सांग करने तक की गुज़ारिश सनी लियॉन  से की थी ।  मगर, सनी लियॉन ने साफ़ मना कर दिया।  कहने को तो बताया गया कि वह अपने प्रोडक्शन हाउस के काम में व्यस्त हैं।  लेकिन, सूत्रों की माने तो सनी ने एकता कपूर को इंकार इस लिए किया कि एकता कपूर ने एक बार सनी के पति डेनियल वेब्बर को झाड़ दिया था।  सनी लियॉन को यह नागवार गुजरा था।  सनी के इंकार ने एकता कपूर को क्षुब्ध कर  दिया है।  मगर वह कुछ कर भी नहीं सकती।  सनी लियॉन को जहां तक पहुँचना था, पहुँच चुकी है।  एकता कपूर जैसी फ़िल्में बनाती हैं, उनमे सनी लियॉन केवल मसाला मिलाने का काम ही कर सकती है।  उनके करियर को कोई फायदा नहीं होने जा रहा।  इसलिए, सनी लियॉन ने रागिनी एमएमएस रिटर्न्स के प्रमोशन से भी इंकार कर दिया है।  

Friday 29 April 2016

सनी लियॉन के साथ वन नाईट स्टैंड में तनुज वीरवानी

अपनी अदाकारी और बोल्ड इमेज से बॉलिवुड में धमाल मचाने वाली सनी लियोनी बड़े पर्दे पर छाने के लिए एक बार फिर से तैयार हैं, क्योंकि उनकी आनेवाली फिल्म वन नाइट स्टैंडमें भी हॉट सींस की भरमार है और हमेशा की तरह सनी इस फिल्म में भी हॉट और सेक्सी अवतार में हैं।
सनी लियोन को पर्दे पर बेहद हार्ट और मादकता से भरपूर अवतारों के लिए खास रूप से जाना जाता है। स्वाभाविक रूप से उनकी फिल्म वन नाइट स्टैंडभी इससे अछूती नहीं है, क्योंकि इस फिल्म में भी उन्होंने सभी सीमाओं को हरसंभव लांघने की कोशिश की है। जैस्मीन डिसूजा के निर्देशन में बनी इस फिल्म का निर्माण स्विस एंटरटेनमेंट कंपनी ने किया है, जबकि फिल्म में मुख्य भूमिका में सनी लियोनी एवं नायरा बनर्जी के साथ अपने जमाने की खूबसूरत अभिनेत्री रति अग्निहोत्री के पुत्र तनुज विरानी हैं।
इस फिल्म के दो-दो हिट गीत लव यू सोनियोएवं पुरानी जींसमें सनी के साथ नजर आनेवाले 29 वर्षीय तनुज विरवानी से जब इस फिल्म में सनी के अपोजिट काम करने के फैसले पर उनकी मां रति अग्निहोत्री की प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘मैनें ये फिल्म साइन करने से पहले अपनी मम्मी को बताया कि मैं सनी लियोनी के साथ एक फिल्म, जिसका नाम वन नाइट स्टैंडहै, करने जा रहा हूं, तो ये सुनकर उन्हें अच्छा लगा। बस, उन्होंने यही कहा कि देखो बेटा, जब सनी लियोन की फिल्म होती है, तो फिल्म में लोग उन्हें ज्यादा देखना चाहते हैं। आप बस यह देखना कि आपका रोल अच्छा हो। किरदार चाहे छोटा ही सही, लेकिन दमदार होना चाहिए।तनुज ने बताया, ‘मेरी मां पहले दिन सेट पर भी आईं और वे सनी लियोनी से मिली और उन्हें काफी खुशी हुईं।
सनी ने बहुत ही कम समय बहुत ज्यादा लोकप्रियता हासिल कर ली है, क्योंकि वह पर्दे पर चुंबन सीन देती हैं, बिकनी पहनती हैं और हॉट सींस देती हैं। लेकिन उन्हें इस बात की शिकायत है कि आखिर उन्हें क्यों केवल मैं बोल्ड दिवाकी श्रेणी में ही घसीटा जाता है। लेकिन क्या वन नाइट स्टैंडकी अवधारणा उचित है? पूछने पर सनी कहती हैं, ‘इंडियन सोसाइटी में भी ऐसा होता है, लेकिन सच बात यह है कि इसे स्वीकार करना इतना आसान नहीं होता। लेकिन, इस बारे में एक जरूर कहूंगी कि इस एक बात से लोगों को उसके चरित्र के बारे में अनुमान नहीं लगा लेना चाहिए। हो सकता है, इसका कारण एक विशेष परिस्थिति हो या किसी का अकेलापन भी हो सकता है।
फिल्म की कहानी के बारे में पूछने पर निर्देशक जैस्मीन डिसूजा कहते हैं, ‘यह फिल्म दो लोगों के बीच गुजरी एक रात की कहानी पर आधारित है, जिसमें दोनों के बीच संबंध बनते हैं और फिर दोनों को प्यार हो जाता है।लेकिन इस अवधारणा के बारे में जैस्मीन डिसूजा कहते हैं, ‘आमतौर पर लोगों की मानसिकता का एक यह है कि जब एक लड़का या पुरुष कुछ गलत भी करे, तो यह उनकी ओर से ठीक है, लेकिन वही गलती अगर महिलाएं करें, तो बहुत बड़ा मुद्दा बना दिया जाता है। आखिर, यह कहां का न्याय है? कुछ इसी तथ्य पर बेस्ड है फिल्म वन नाइट स्टैंड।

यह पूछने पर कि आखिर महज 55 दिनों में फिल्म कैसे कंप्लीट हो गई? निर्देशक ने कहा, ‘यह सब आपकी योजना पर निर्भर करता है। जब आप सबकुछ योजनाबद्ध तरीके से और बेहतर ढंग से कार्यान्वित करते हैं, तो कुछ भी असंभव नहीं होता। मैं क्या और कैसा चाहता था, सब कुछ पहले से तय था, तो चीजें वास्तव में आसानी से होती चली गईं। वैसे, मैं इसके लिए अपनी टीम का भी शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।

Sunday 13 December 2015

फिजिकल रिलेशनशिप से पैदा प्रेम कहानियां

वैभव मिश्रा निर्देशित फिल्म 'लवशुदा'  गिरीश कुमार और नवोदित अभिनेत्री नवनीत कौर ढिल्लों की आधुनिक प्रेम कहानी है।  दोनों लंदन, मॉरीशस और फिर शिमला में मिलते हैं।  एक दूसरे को चाहते हैं, लेकिन मिलने पर कुछ दूसरा ही हो जाता है। इस लव स्टोरी में फिजिकल रिलेशनशिप है और उसके बाद का रोमांस है।  'लेकिन', फिल्म के निर्माता विजय गलानी कहते हैं, "हमने इस युवा जोड़े पर एक बेहद खूबसूरत, मगर नई प्रेम कहानी फिल्माई है।' गिरीश कुमार की यह दूसरी फिल्म है।  इससे पहले वह प्रभुदेवा की फिल्म 'रमैया वस्तावैया' में श्रुति हासन के अपोजिट काम कर चुके हैं।  वैभव मिश्रा और नवनीत कौर ढिल्लों की यह पहली  फिल्म है।  इस लिहाज़ से 'लवशुदा' मे नवनीत का पूजा का किरदार काफी टफ है।  इस फिल्म से नवनीत की अभिनय प्रतिभा की भी परीक्षा होगी।
लिव-इन रिलेशनशिप वाली फिल्मों में अभिनयशीलता ख़ास होती है।  निर्देशक निखिल आडवाणी की इस साल रिलीज़ फिल्म कट्टी बट्टी  भी लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे युवा जोड़े की दास्तान थी।  कंगना रनौत और इमरान खान  परदे पर इस जोड़े को कर रहे थे। मैड़ी के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही पायल एक दिन यकायक  गायब हो जाती है।  क्या तेज़ तर्रार पायल बेवफा थी ?  बकौल इमरान खान, जो खुद दो साल तक अपनी पत्नी अवंतिका के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहे, 'लिव इन रिलेशनशिप से एक दूसरे को  अच्छी  तरह से समझ जा सकता है।  मैं इसका समर्थन करता हूँ।' अब यह बात दूसरी है कि इमरान खान की कट्टी बट्टी को दर्शकों की  दोस्ती नहीं मिली।  फिल्म  फ्लॉप हुई। हालाँकि, इस फिल्म में कंगना रनौत का भावाभिनय तारीफ के काबिल था।  
'लवशुदा' को बॉक्स ऑफिस पर कैसा रिस्पांस मिलता है, पता नहीं।  लेकिन, कट्टी बट्टी असफल रही थी।  इसका मतलब यह नहीं निकाला जा सकता कि हिंदुस्तान के जवान दिल लिव-इन रिलेशन के खिलाफ है। क्योंकि अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे मान्यता दे दी है।   लेकिन, इससे पहले भी लिव-इन रिलेशन हिंदी फिल्मों में आ गया था। २००५ में रिलीज़ सिद्धार्थ आनंद की फिल्म 'सलाम नमस्ते' ऑस्ट्रेलिया में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे जोड़े की कहानी थी, जिसमे लड़की इस सम्बन्ध में रहते हुए ही माँ बनती है।  इस भूमिका को सैफअली खान और प्रीटी जिंटा ने किया था।  यह फिल्म हिट साबित हुई थी।   २००९ में सतीश कौशिक ने फिल्म 'तेरे संग' में कुछ ऎसी ही कहानी को शीना शाहाबादी और रुसलान मुमताज़ की टीन जोड़ी पर फिल्माया था।  शीना और रुसलान एक दूसरे को प्यार करते हैं।  लड़की गर्भवती हो जाती है।  दोनों घर इस सम्बन्ध को नहीं मानते। लड़की का एबॉर्शन कराना तय किया जाता है।  यह सुन कर दोनों घर से भाग जाते हैं और लिव-इन में रहते हुए अपने बच्चे को पैदा करते हैं।
लिव-इन रिलेशनशिप पर बहुत कम फ़िल्में  बनी हैं, तो इसका मतलब यह नहीं कि लिव-इन रिलेशनशिप पर फिल्म स्वीकार नहीं की जा रही।  इन फिल्मों के निशाने पर युवा होता है।  वह ऎसी फ़िल्में देखने से परहेज नहीं करता।  लेकिन, फिल्म को प्रभावशाली ढंग से पेश करना ज़रूरी होता है।  इसके लिए कलाकारों का बेहतरीन अदाकार होना ज़रूरी शर्त होती है।  'तेरे संग' की रुसलान मुमताज़ और शीना शाहाबादी की जोड़ी कमज़ोर अभिनय वाली थी।  इसलिए, फिल्म दर्शकों को प्रभावित नहीं कर सकी।  वहीँ, सलाम नमस्ते मे प्रीटी जिंटा ने दर्शकों को प्रभावित किया था।  विषय की नवीनता भी दर्शकों को रास आई थी।  
नायक नायिका का लिव-इन रिलेशनशिप में रहना आज की बात है।  लेकिन, शादी से पहले नायक-नायिका का शारीरिक सम्बन्ध बना लेना हिंदी फिल्मों की कहानी का विषय बनाता रहा है।  ऐसा ही एक कथानय फिजिकल रिलेशनशिप के कारण नायिका के गर्भवती होने का भी है।  यह विषय बोल्ड ज़रूर है।  लेकिन, बॉलीवुड ने इसे समय समय पर अपनाया भी है।  हालाँकि, इस सदी की शुरुआत में लिव-इन रिलेशनशिप का चलन युवाओं पर पाश्चात्य सभ्यता के प्रभाव और बॉलीवुड को हॉलीवुड फिल्मों से मिली प्रेरणा का परिणाम था।  जहाँ तेरे संग हांगकांग की फिल्म '२ यंग' से प्रेरित थी, वही 'सलाम नमस्ते' हॉलीवुड की क्रिस कोलंबस निर्देशित फिल्म 'नाइन मंथ्स' पर आधारित थी। इस फिल्म में हु ग्रांट और जुलिआने मूर ने सैफ और प्रीटी वाली भूमिकाये की थी। परन्तु, नायिका का नायक पर मुग्ध हो कर खुद को समर्पित कर देना पुरानी बात है।   
जब नायिका खुद को नायक को समर्पित कर देती है तो कहानी का ड्रामा शुरू हो जाता है। इस समर्पण के नतीजे में नायिका माँ बन सकती है।  जहाँ तक नायिका के बिना शादी के माँ बनने की बात है, १९४३ में रिलीज़ निर्देशक ज्ञान मुख़र्जी की फिल्म 'किस्मत' की नायिका कुंवारी गर्भवती बताई गई थी। यश चोपड़ा ने भी कुँवारी माँ पर दो फ़िल्में बनाई थी।  १९५९ में रिलीज़ राजेंद्र कुमार, नंदा और माला सिन्हा अभिनीत फिल्म 'धूल का फूल' में फिजिकल रिलेशनशिप के कारण माला सिन्हा गर्भवती हो जाती है।  लेकिन, राजेंद्र कुमार उससे शादी न कर एक दूसरी लड़की नंदा से शादी कर लेता है।  माला सिन्हा के अवैध बच्चे को एक मुस्लमान पालता है। इस फिल्म का गीत 'तू हिन्दू बनेगा न मुसलमान बनेगा, इंसान की औलाद है इंसान बनेगा'  तब काफी हिट हुआ था। इस फिल्म को नेहरू छाप धर्मनिरपेक्षता से प्रेरित बताया गया था।  लेकिन, अगली बार यश चोपड़ा ने इसी विषय को फिल्म 'धर्मपुत्र' में हिन्दू माँ द्वारा पाले गए मुस्लमान बच्चे में बदल दिया था। मुस्लिम माला सिन्हा का रेहमान से प्रेम सम्बन्ध है।  वह गर्भवती हो जाती है। लेकिन, ऐन शादी के मौके पर रहमान गायब हो जाता है। माला सिन्हा के अवैध बच्चे को एक हिन्दू परिवार पालता है। बड़ा हो कर यह बच्चा मुस्लिम विरोधी हो जाता है। शशि कपूर ने इस  भूमिका को किया था।  यश चोपड़ा ने एक कहानी को धर्मों के सहारे एक बार जहाँ धर्म निरपेक्ष बनाया, वहीँ दूसरी बार इसे हिन्दू अतिरेक में तब्दील कर दिया।  
हिंदी फिल्मों में नायिका के शादी से पहले सेक्स करने का फ़साना दर्शकों को रास आता रहा  है।  राजकपूर निर्देशित फिल्म 'बरसात' में निम्मी का किरदार शहरी बाबू प्रेमनाथ के आकर्षण में अपना कौमार्य खो बैठता है। फिल्म अमर में दिलीप कुमार के गाँव के घर में अपने घर से भागी निम्मी शरण लेती है।  लेकिन, वकील दिलीप कुमार उससे बलात्कार करता है।  जब वह शादी करने के लिए कहती है तो दिलीप कुमार मना कर देता है। फिल्म आराधना एयरफोर्स का एक अधिकारी राजेश खन्ना शर्मीला टैगोर से  प्रेम करता है।  दोनों एक मंदिर में सांकेतिक शादी भी कर लेते हैं। लेकिन, समाज के सामने शादी करने से पहले ही वह युद्ध में मारा जाता है। शर्मीला टैगोर अपने बच्चे को जन्म देती है और एयरफोर्स का अधिकारी बनाती है। क्या कहना की प्रीटी जिंटा भी सैफ अली खान को अपना सब कुछ समर्पित कर देती है।  वह इस समर्पण के स्वरुप होने वाले बच्चे को जन्म देने का निर्णय करती है। इज्ज़त में जयललिता का चरित्र एक ठाकुर से गर्भवती हो जाता है।  जिस ठाकुर के बेटे से वह गर्भवती होती है, उस ठाकुर के एक आदिवासी लड़की से फिजिकल रिलेशन के कारण बच्चा भी होता है।
फिजिकल रिलेशनशिप और कुँवारी माँ की कहानियों में नायिका केंद्र में होती है।  ऎसी फिल्मों में अभिनेत्री के लिए अभिनय की काफी गुंजायश होती है।  निम्मी और माला सिन्हा से लेकर प्रीटी जिंटा और शीना शाहाबादी तक सभी अभिनेत्रियों ने ऎसी भूमिकाएं कर चर्चा खूब पाई।  कमोबेश यह सभी  स्क्रिप्ट और अभिनेत्री की अभिनय प्रतिभा पर निर्भर करती हैं।  इसी कारण से यह फ़िल्में सफल भी होती है।  चूंकि, आजकल लिव-इन रिलेशनशिप का ज़माना है, तो अब नायिका हादसे या समर्पण के कारण गर्भवती नहीं होती।  इस कहानी में पेंच यहाँ होता है कि नायिका बच्चे को जन्म देकर पालना चाहती है।  उसे इसमे समाज की किन बाधाओं का सामना करना पड़ता है, यही फिल्म का यूएसपी होता है।  लेकिन, जहां पुरानी फिल्मों का नायक दागा दे देता है या मर जाता है, आज की लिव इन रिलेशनशिप वाली फिल्मों में नायिका के पार्टनर या किसी पुरुष मित्र का साथ हमेशा  मिलता है।  ज़ाहिर है कि नायिका पहले की तरह अकेली नहीं है। 
लिव-इन रिलेशनशिप क्या ज़रूरी है ?  फिल्मों की बात छोड़िये रियल लाइफ में रणबीर कपूर और कटरीना कैफ जैसे उदाहरण बहुत से हैं। महिमा चौधरी तो शादी से पहले ही अपने पार्टनर के बच्चे की माँ बन गई थी।  पोर्न स्टार सनी लियॉन भी लिव-इन रिलेशन की वकालत करती हैं।  सनी लियॉन खुद जिस समाज में पली बढ़ी हैं,  वहां लिव -इन रिलेशनशिप सामान्य  बात है।  लेकिन, देसी (भारतीय) माहौल में लिव-इन रिलेशनशिप के समर्थन में  उनके तर्क दूसरे  हैं।  वह  कहती हैं, "युवाओं में प्यार की परिभाषा लगातार बदलती रहती है। इसलिए, लिव-इन रिलेशनशिप कोई बड़ी बात नहीं।"