Friday 23 October 2015

विदेशी टीवी पर देसी सितारे

आजकल  अमेरिका से भारत तक, बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा तहलका मचाये हुए हैं।  वह एबीसी नेटवर्क के शो 'क्वांटिको' में एफबीआई रिक्रूट अलेक्स परिश का किरदार कर रही हैं।  इस शो में दर्जन के करीब कई दूसरे किरदार भी हैं । लेकिन, फिलहाल फोकस प्रियंका चोपड़ा के करैक्टर पर ही है, जिस पर आतंकवादी हमले में शामिल होने का संदेह किया जा रहा है।  उसे इन आतंकियों को पकड़ने का मौका दिया जाता है। इस सीरियल में प्रियंका को एक्शन भी करना है और इमोशन भी दिखाना है ।  फिलहाल मीडिया में उनकी चर्चा हो रही है अपने गरम दृश्यों के लिए । बताते हैं  कि क्वांटिको में मिस चोपड़ा ने और भी काफी गर्मागर्म सीन किये हैं और बिकिनी पहनी है।  लेकिन, भारतीय दर्शकों तक यह दृश्य पूरी तरह से नहीं पहुँच पाएंगे।  जैसा कि उनके कार में सेक्स करने का सीन टोंड डाउन कर दिए गया था।  लेकिन, शेष पूरी दुनिया ने प्रियंका चोपड़ा के इस  कामुक अंदाज़ को देखा।  प्रियंका चोपड़ा कहती हैं, "मैं एक एक्टर और  एंटरटेनर हूँ।  इसलिए  मैं लगातार नई चुनौतियों को खोजते रहती हूँ।  मैं अपनी क्रिएटिविटी के लिए कोई सीमा तय करना नहीं चाहती।"  
क्वांटिको जैसा प्रचार नहीं !
ऐसा नहीं कि प्रियंका चोपड़ा से पहले कोई भारतीय सितारा विदेशी टीवी पर नहीं झिलमिलाया।  इस समय भी, क्वांटिको की धूम मची हुई है, बहुत से भारतीय सितारे विदेशी टेलीविज़न दर्शकों को अपनी प्रतिभा का कायल बनाने के लिए कमर कसे हुए हैं। अलबत्ता, एबीसी के शो क्वांटिको की तरह इतना ज़बरदस्त प्रचार किसी दूसरे शो को नहीं मिला या इतना ज़ोरदार प्रचार नहीं किया गया।  विशाल भरद्वाज की २०११ में रिलीज़ फिल्म '७ खून माफ़' में प्रियंका चोपड़ा के शौहर वसीउल्लाह खान का किरदार निभाने वाले इरफ़ान खान दूसरे विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि पर एक जापानी शो करने जा रहे हैं।  इस शो में इरफ़ान एक जज की भूमिका करेंगे। इरफ़ान कहते हैं, "मैं इस करैक्टर की छानबीन करने के लिए उत्साहित हूँ।" इस सीरियल को कैनेडियन डायरेक्टर रॉब डब्ल्यू किंग और डच डायरेक्टर पीटर वेर्होएफ कर रहे हैं।  क्या इस शो को इतना प्रचार मिला? जुरासिक वर्ल्ड के बाद इरफ़ान खान दुनिया के दर्शकों के जाने पहचाने बन गए हैं।  इरफ़ान ने 'द माइटी हार्ट', 'स्लमडॉग मिलियनेयर', 'द नेमसेक',  आदि ढेरों विदेशी फिल्में की हैं।  आजकल वह हॉलीवुड  फिल्म 'इन्फर्नो' की  शूटिंग में बिजी हैं। वह २०१० में  सीरीज 'इन ट्रीटमेंट' कर चुके हैं।  लेकिन, उनके किसी टीवी प्रोजेक्ट को इतनी धुंआधार पब्लिसिटी नहीं मिली, जितनी एबीसी के 'क्वांटिको' को मिली।  बीबीसी टीवी सीरीज 'इंडियन समर्स' का प्रसारण २७ सितम्बर से शुरू हो चूका है। क्वांटिको के मुकाबले कितने भारतीय दर्शकों को इस सीरीज की जानकारी हो सकी थी !
और भी हैं बॉलीवुड सितारे 
इरफ़ान खान ही नहीं बहुत से दूसरे बॉलीवुड सितारे हैं जो विदेशी टीवी पर चमक रहे हैं। अनुपम खेर तो विदेशी छोटे परदे पर बहुत लोकप्रिय हैं।  वह अपनी पत्नी किरण  खेर के साथ 'ईआर' के सिंगल एपिसोड में अभिनय कर चुके हैं ।  नेटफ्लिक्स पर साइंस फिक्शन ड्रामा 'सेंस ८' में तो अनुपम खेर के अलावा टीना देसाई, पूरब कोहली, मीता वशिष्ट और दर्शन जरीवाला जैसे इंडियन एक्टर्स की भरमार है। यह थ्रिलर सीरियल दुनिया के आठ भिन्न देशों के व्यक्तियों को एक कहानी में जोड़ने वाला है। शबाना आज़मी, पिछले दिनों बीबीसी वन की मिनी सीरीज कैपिटल की लंदन में शूटिंग कर चुकी हैं।  यह सीरीज जॉन लान्चेस्टर के इसी टाइटल वाले चर्चित उपन्यास पर आधारित है। हॉलीवुड और ब्रिटेन की कई फिल्मों  में अभिनय कर चुकी शबाना आज़मी की यह पहली टीवी सीरीज होगी। लंचबॉक्स की एक्टर निम्रत कौर ने आतंकवाद पर ड्रामा 'होमलैंड' में एक पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट तस्नीम कुरैशी का किरदार किया हैं।  अनिल कपूर तो काफी मशहूर हैं।  वह २०१० में एक्शन-थ्रिलर ' २४' में राष्ट्रपति ओमर हसन की भूमिका कर चुके थे।  इसी के बाद उन्होंने इस सीरीज को हिंदी में बनाया।  अब वह इसका दूसरा पार्ट बनाने जा रहे है।  वह एक एडल्ट एनिमेटेड सीरीज 'फैमिली गय में ग्रिफिन फैमिली के एक किरदार के लिए वॉयस ओवर कर रहे हैं।  अनिल कपूर कहते हैं, "ग्रिफिन फैमिली का हिस्सा बन कर मैं उत्तेजित हूँ।"
एशियाई चरित्रों के लिए 
अमेरिकी सीरीज में हिंदुस्तान के कलाकार खास तौर पर पाकिस्तानी या एशियाई भूमिका के कारण लिए जाते हैं। क्योंकि, उनकी शक्ल सूरत और हाव भाव इन किरदारों के आसपास के होते हैं। प्रियंका चोपड़ा क्वांटिको के लिए इसी लिए चुनी गई कि उनका अलेक्स परिश का किरदार भारतीय और कोकेशियान मिश्रित रक्त वाला है। इसी प्रकार से, अनिल कपूर का सीरीज '२४' में ओमर हसन, निम्रत कौर का 'होमलैंड' में तस्नीम खान का किरदार एशियाई लुक वाला हैं।  अक्षय खन्ना को शीत युद्ध के दौर का ड्रामा 'द अमेरिकन्स' में काम करने का मौका मिला तो  वह एक पाकिस्तानी अफसर बनाये गए, जो रूस का जासूस है । लिलेट दुबे १९३२ के भारत में ब्रितानी साम्राज्यवादी शासन के खात्मे पर ब्रिटिश सीरीज 'इंडियन समर्स' में रोशना दलाल का किरदार कर रही हैं ।  इस सीरीज का प्रसारण २७ सितम्बर से शुरू हो चूका है। इस सीरीज में रोशन सेठ और निकेश पटेल जैसे कुछ दूसरे भारतीय चेहरे भी नज़र आएंगे । लिलेट दुबे कहती हैं, "एक्टर्स भी चाहते हैं कि उनके काम को दूसरे देशों में भी देखा जाये।"    
कबीर बेदी जैसा कोई नहीं   
विदेशी टीवी पर हिंदुस्तानी एक्टर्स का अभिनय करना आज की बात नहीं।  हिंदुस्तानी एक्टर्स ने विदेशी टीवी पर हमेशा से धूम मचाई है, बशर्ते कि रोल एशियाई हो।  चालीस साल पहले, जब भारत में टेलीविज़न आज का जितना पॉपुलर नहीं था, कबीर बेदी ने इटैलियन मिनी टीवी सीरीज 'संदोकन' से सुदूर इटली में धूम मचा दी थी। जब वह इटली की सडकों गुजरते थे तो औरते उनके पीछे दौड़ लगाती थी। उनसे लिपटने को बेकरार होती थी। इस सीरीज में कबीर बेदी ने एक भारतीय राजकुमार संदोकान का किरदार किया था, जिस का राज्य ब्रितानी हुकूमत छीन लेती है।  वह बदला लेने के लिए समुद्री डाकुओं का नेता बन जाता है और ब्रितानी सेना पर हमले करता रहता है। इस सीरीज में कबीर बेदी काफी सेक्सी लगे थे। इसी लिए इतालवी औरतों में लोकप्रिय हुए। संदोकान को इतालवी भाषा में १३० मिनट की टीवी मूवी की तरह २२ दिसंबर १९७७ को प्रसारित किया गया। उन्होंने एक मिनी सीरीज 'रिटर्न ऑफ़ संदोकन'  भी की। कबीर बेदी जैसी लोकप्रियता शायद आज की प्रियंका चोपड़ा के लिए स्वप्न सामान ही होगी। कबीर बेदी ने अमेरिकी ओपेरा 'द बोल्ड एंड द ब्यूटीफुल' में प्रिंस ओमर  रशीद का किरदार भी किया।  ज़ाहिर है कि भारत के काबिल एक्टर्स की विदेशों में मांग है, लेकिन ख़ास देसी भूमिकाओं में।  'द बिग बैंग थ्योरी' के कुणाल नैयर, गेम ऑफ़ थ्रोन्स' की इंदिरा वर्मा और 'द गुड वाइफ' की आर्ची पंजाबी इसे पुख्ता करती हैं। एक्टर इरफ़ान खान की विदेशी सीरीज और  फिल्मों में जैसी मांग है, उससे वह हिंदुस्तानी मॉर्गन फ्रीमैन साबित होते हैं।  


अल्पना कांडपाल  

  

हिंदी फिल्मों में डांडिया और गरबा की धूम

नवरात्रि उत्सव मनाने के लिए देवी प्रतिमा के सामने होने वाला डांडिया डांस पंडालों से गुजर कर बॉलीवुड फिल्मों तक जा पहुंचा है।  आज की आधुनिक माहौल वाली हिंदी फिल्मों में भी डांडियां डिस्को डांडिया के रूप में भी मौजूद है।  यहाँ तक कि दक्षिण की फिल्मों में भी डांडिया और गरबा का मिला जुला डांस सीक्वेंस रखा जाता है।  १९९९ की कथीर निर्देशित तमिल फिल्म 'कांधलर धिनम' यानि वैलेंटाइन डे में गरबा और डांडिया का मिला जुला रूप देखा जा सकता है। इस  फिल्म को  तेलुगु  में 'प्रेमीकुला रोजु' और हिंदी में 'दिल ही दिल में'  टाइटल के साथ डब कर रिलीज़ किया गया था।  सोनाली बेंद्रे और कुणाल सिंह की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म के हिंदी संस्करण  के 'चाँद उतर आया है ज़मीन पे गरबे की रात में' गीत में डांडिया और गरबा का मिश्रण सोनाली बेंद्रे और कुणाल सिंह पर फिल्माया गया।  हालाँकि, 'दिल ही दिल में' फ्लॉप रही थी।  लेकिन, तमिल 'कांधलर धिनम' को ज़बरदस्त सफलता मिली थी। 
संजयलीला भंसाली की फिल्मों में डांडिया और गरबा 
फिल्मकार संजयलीला भंसाली की फ़िल्में आम तौर पर रोमांटिक होती है।  इसलिए, उनकी फिल्मों में डांडिया या गरबा या इसका मिला जुला रूप होना स्वाभाविक है।  उनकी फिल्म 'हम दिल दे चुके सनम' के 'ढोली तारो' गीत में सलमान खान और ऐश्वर्या राय के बीच का रोमांस बखूबी उभर कर आया है।  इस गीत को इस्माइल दरबार ने संगीतबद्ध किया है। इस जोड़े की जादूगरी है कि यह गीत आज भी डांडिया और गरबा पंडालों की शान बना हुआ है।  संजयलीला भंसाली ने फिल्म ' गोलियों की रासलीला राम-लीला' के 'नगाड़ा संग ढोल ' गीत में दीपिका पादुकोण पर गरबा का खूबसूरत चित्रण किया है।  भारी घेरदार लहंगा पहने दीपिका पादुकोण का यह डांस फिल्म को क्लाइमेक्स की ओर  बढ़ता है। इसी गीत में दीपिका और रणवीर सिंह एक दूसरे को आमने सामने से देखते हैं।  चूंकि, संजयलीला भंसाली को गरबा और डांडिया से लगाव है, इसलिए यह उम्मीद की जाती है कि उनकी नई फिल्म' बाजीराव मस्तानी' में भी कोई एक गीत डांडिया-गरबा शैली  में होगा।  
बॉलीवुड सुपर स्टार्स का डांडिया और गरबा 
बॉलीवुड के तमाम सुपर स्टार डांडिया और गरबा कर चुके हैं।  सलमान खान का ज़िक्र तो किया ही जा चूका है। सलमान  खान के बाद, उनके दोस्त आमिर खान ने भी फिल्म 'लगान' में गरबा शैली में ग्रेसी सिंह के साथ 'राधा कैसे न जले' गीत में  नृत्य किया। धीमी गति की डांस शैली मैं  यह गीत आमिर और ग्रेसी सिंह के बीच छेड़-छाड़ और मान-मनुहार का बढ़िया चित्रण करता है।  इस गीत के संगीतकार ए आर रहमान हैं। आमिर खान १९८९ में रिलीज़ फिल्म 'लव लव लव' में 'डिस्को डांडिया' गीत पर नृत्य कर चुके थे। आमिर खान के साथ जूही चावला पर फिल्माया गया यह गीत भी डांडिया पंडालों में हिट है।  फिल्म 'आप मुझे अच्छे लगाने लगे' में फिल्म के नायक नायिका नवरात्र उत्सव में अपने घर वालों से छुप कर मिलने आते हैं। इस गीत में इंडस्ट्री के एक दूसरे सुपर स्टार ह्रितिक रोशन अभिनेत्री अमीषा पटेल के साथ 'ओ री गोरी' गीत पर नृत्य करते हैं।  इसी गीत में अमीषा के भाई आ जाते हैं और इन दोनों को भागना पड़ता है।  राजश्री प्रोडक्शंस की सूरज बड़जात्या निर्देशित फिल्म 'मैं प्रेम की दीवानी हूँ' में नायिका करीना कपूर स्टेज पर ऋतिक रोशन के लिए 'बनी बनी  मैं तो बनी' गीत पर गरबा करते हुए अपने प्यार का इज़हार करती है। इस गीत में पारम्परिक धुनों और आधुनिक ताल का मिश्रण सुनने  को मिलता हैं।  अमिताभ बच्चन और रेखा की मनमोहन देसाई निर्देशित फिल्म 'सुहाग' में भी इन दोनों सुपर स्टारों पर एक डांडिया गीत 'नाम रे  सबसे बड़ा तेरा नाम' फिल्माया गया था।  यह दुगा पूजा पंडाल में फिल्माया गया गीत है। 'प्रतिकार' फिल्म के 'चिट्ठी मुझे लिखना' गीत को डांडिया शैली में अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित के साथ फिल्माया गया।  बाद इस गीत से पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहसिन खान और सोनू वालिया भी आ जुड़ते हैं।   श्रीदेवी पर फिल्माया गया फिल्म 'चाँद का टुकड़ा' का 'आज राधा को शाम याद आ गया' को डांडिया गीत बताया जाता है।  लेकिन, यह विशुद्ध डांडिया नहीं है।  
डांडिया और गरबा में भक्ति भाव  
सुहाग का गीत देवी मंदिर में फिल्माया गया गीत है।  इसमें भक्ति के साथ साथ फिल्म को अहम् मोड़ भी दिया गया है।  कुछ ऐसे ही गीत दूसरी फिल्मों में भी फिल्माए गए हैं।  शोले के दौरान सुपर हिट साबित होने वाली, कम बजट की फिल्म 'जय संतोषी माँ' का शीर्षक गीत भक्ति गीत है जिसे सामने खड़े श्रद्धालुओं पर फिल्माया गया है।  फिल्म 'क्रांतिवीर' का एक गीत 'जय अम्बे जगदम्बे माँ' गीत भी भक्ति गीत के तौर पर फिल्माया गया है।  आम तौर पर ऐसे गीत दर्शकों की धार्मिक भावनाओं के लिए एक आइटम के तौर पर फिल्माए गए हैं। 'काई पो चे' का परी हूँ मैं गीत रीमिक्स कर पूजा पंडाल में राजकुमार राव और अमृता पूरी पर फिल्माया गया था।  गुरिंदर चड्ढा की फिल्म 'ब्राइड एंड प्रेज्यूडिस' में 'डोला डोला' गीत पर ऐश्वर्या राय अपने को-स्टार माइक एंडरसन के साथ डांडिया धुन पर थिरकी थी।  केतन देसाई की फिल्म 'मिर्च मसाला' में गरबा शैली का एक नृत्य स्मिता पाटिल, दीप्ति नवल और पाठक बहनों सुप्रिया और रत्ना पाठक पर फिल्माया गया।  
शाहरुख खान ने अभी तक किसी फिल्म में गरबा या डांडिया शैली में कोई डांस नहीं किया है।  लेकिन, सूत्र  
बताते यहीं कि वह निर्देशक राहुल ढोलकिया की आगामी फिल्म 'रईस' में गरबा करते नज़र आएंगे।  यह फिल्म गुजरात के एक गैंगस्टर पर रियल लाइफ फिल्म है।  इस गीत को शाहरुख खान ने घुटनो पर चोट के बावजूद पूरा किया।  फिल्म में  उनकी  नायिका पाकिस्तान की माहिर खान हैं।  
हिंदी फिल्मों में डांडिया या गरबा गीत भक्ति, इश्क मोहब्बत और ग्लैमर का प्रतीक हैं।  इन गीतों में गाढ़े और चटख रंगों का इस्तेमाल किया जाता है।  भारी वस्त्राभूषण इसकी खासियत होते।  गहरे रंग दर्शकों का ध्यान आकृष्ट करते हैं। तेज़ और मिश्रित बीट पर नृत्य क्लब और पूजा पंडालों में जल्द पॉपुलर हो जाते हैं।  इसके बावजूद बॉलीवुड यह दावा नहीं करता कि वह विशुद्ध डांडिया या गरबा दिखा रहा है।  ज़्यादातर फिल्मों में तो इन दोनों नृत्य शैलियों की घालमेल हुई है।  इसके बावजूद यह गीत दर्शनीय बन पाते हैं।  तभी तो तमाम सुपर स्टार अभिनेता अभिनेत्री इन गीतों पर थिरकने से मना नहीं कर पाते।  


राजेंद्र कांडपाल  



'शानदार' नहीं है विकास बहल की फिल्म

जब कोई खुद की सफलता पर अति मुग्ध हो जाता है. जिस पर फैंटम फिल्म के अनुराग कश्यप और करण जौहर का प्रभाव हो, वह विकास बहल हो जाता है और 'शानदार' बनाता है . फिल्म में अनुराग कश्यप का प्रभाव है तो संजय कपूर का किरदार हमेशा बन्दूक हाथ में लिए रहता है . दादी फायरिंग करने की कल्पना करती रहती है . वह जवान शाहिद कपूर को देख कर मुग्ध हो जाती है. करण जौहर के प्रभाव से गे और लेस्बियन किरदार हैं. खुद करण जौहर बकवास किस्म का काफी विथ करण खेल रहे हैं . इस फिल्म में विशाल भरद्वाज की फिल्म 'मटरू की बिजली का मंडोला' वाली बकवास भी है.एक से एक बेसिर पैर के सीन हैं .खुद को महान एक्टर समझ चुके शाहिद कपूर हैं. उन्हें अभिनय करते देख कर पता चलता रहता है कि वह अपने ज़बरदस्त (!) अभिनय की चाशनी टपका रहे हैं . जिसे एक रत्ती भी अभिनय नहीं आता, वह आलिया भट्ट हैं. कोई नदारद है तो वह है विकास बहल. विश्वास नहीं होता कि 'क्वीन' जैसी ज़बरदस्त फिल्म बनाने वाला विकास बहल ऎसी बकवास और उकताऊ फिल्म बना सकता है . फिल्म का केवल एक उजागर पक्ष है, वह है शाहिद कपूर की सौतेली बहन और पंकज कपूर और सुप्रिया पाठक की बेटी सना कपूर. इस लड़की में सम्भावनाये हैं. पंकज कपूर कहीं कहीं जमे हैं . विकास बहल ने अलिया जगजिंदर के साथ सो गई जैसे प्रसंग रच कर हास्य पैदा करने की असफल कोशिश की है. अलिया भट्ट रात में सो नहीं पाती, वह रजाई ओढ़ बत्ती जला कर केला खाती है. इसका क्या मक़सद विकास ने बताया नहीं. संगीत अच्छा है, लेकिन गीत ठूंसे हुए हैं. 
फिल्म देखनी है ! देख आओ. देख लेना कि अंटी में फालतू पैसे हैं !

रवि किशन अंजना सिंह फिर साथ साथ

भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन व हॉट केक अंजना सिंह चार साल के अंतराल के बाद एक बार फिर दिखेंगे फ़िल्म लव और राजनीति में । निर्देशक हर्ष राज की यह फ़िल्म अब प्रदर्शन के लिए तैयार है । इस फ़िल्म में अंजना सिंह पहली बार एक पॉलिटिशियन की भूमिका में दिखेंगी । उल्लेखनीय है की अंजना ने अपनी फ़िल्मी कैरियर की शुरुवात रवि किशन के साथ ही 2011 में फ़िल्म फौलाद से की थीं । उस फ़िल्म के बाद रवि किशन और अंजना सिंह ने अलग अलग 30 से भी अधिक फिल्में की लेकिन एक दूसरे के अपोजिट काम करने का मौक़ा नहीं मिला । हालांकि दोनो ने ही आज के दौर के चर्चित निर्देशक व लेखक संतोष मिश्रा की बतौर निर्देशक पहली फ़िल्म कइसन पियवा के चरित्तर बा में साथ साथ काम किया था पर उस फ़िल्म में रवि किशन के अपोजिट थी भोजपुरी फिल्मो की रानी कही जाने वाली रानी चटर्जी । अंजना के अनुसार रवि किशन जैसे ऊर्जावान अभिनेता के साथ काम करने वाले हर कलाकारों में नयी ऊर्जा का संचार होता है और उनके लिए यह ख़ुशी की बात है की देर से ही सही एक बार फिर उन्हें रवि किशन के साथ काम करने का मौक़ा मिला ।

प्राची देसाई पहली 'रॉकऑन' से दूसरी 'रॉक ऑन' तक

ज़ी टीवी के लोकप्रिय सीरियल 'कसम से' की बानी वालिया के किरदार से ज़बरदस्त लोकप्रियता हासिल करने के बाद प्राची देसाई ने फिल्मों की और छलांग लगा दी।  इसमे उनकी मदद की उनकी फिल्म एंड टीवी प्रोडूसर दोस्त एकता कपूर ने।  उनको पहली फिल्म मिली रॉक बैंड मैजिक के चार दोस्तों की कहानी 'रॉक ऑन' में एक दोस्त आदित्य (फरहान अख्तर) की पत्नी साक्षी की भूमिका वाली । इस फिल्म में उन्हें साड़ी पहन कर गृहस्थन बनना था।  जो उनकी 'कसम से' इमेज के अनुरूप भी था।  फिल्म हिट हुई।  लेकिन, प्राची देसाई ठीक वैसी हिट नहीं हो पाई, जैसी उन्हें 'रॉक ऑन' के बाद 'वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई' के भी हिट होने पर हो जाना चाहिए था।  आज प्राची देसाई 'रॉक ऑन' से 'रॉक ऑन २' तक का सफर तय करने जा रही हैं।  इस बीच उन्होंने 'लाइफ पार्टनर', 'आई मी और मैं'  तथा 'पोलिसगिरी' जैसी फ्लॉप फ़िल्में की।  केवल 'बोल बच्चन' उनकी हिट फिल्म थी।  उसमे भी असिन हिस्सा बाँट कर रही थी।  एक दूसरी हिट फिल्म 'एक विलेन' में उन्होंने एक सेक्सी आइटम  किया था।  इस असफलता ने उन्हें ग्लैमर का तड़का कुछ ज़्यादा लगाने के लिए प्रेरित किया है या कहिये कि मज़बूर किया है । 'रॉक ऑन २' में भी वह 'रॉक ऑन' वाली साक्षी ही हैं।  लेकिन, रंग ढंग बदले हुए हैं। उन्होंने साड़ी के बजाय शॉर्ट्स पहने हैं।  वह ज़्यादा स्टाइलिश और सजीली लग रही हैं।  कभी अपने लम्बे  बालों के लिए मशहूर प्राची देसाई ने 'रॉक ऑन २' की साक्षी को स्टाइलिश बनाने के लिए अपने बाल भी छोटे करवा लिए हैं (देखें फोटो) ।  यह प्राची देसाई की मज़बूरी ही है।  क्योंकि, 'रॉक ऑन २' में श्रद्धा कपूर भी आ गई हैं।  दर्शकों की श्रद्धा प्राची देसाई से ज़्यादा इस 'कपूर' पर है । सूत्र बताते हैं कि श्रद्धा कपूर की भूमिका प्राची के मुकाबले में ज़्यादा मज़बूत और महत्वपूर्ण है ।  देखिये, 'रॉक ऑन' से शुरुआत करने वाली प्राची देसाई 'रॉक ऑन २'  में क्या गुल खिलाती है ! 

क्या 'मैं और चार्ल्स' का तौलिया बदल पायेगा ऋचा चड्डा की इमेज !

बता रहे हैं कि प्रवाल रमन की ३० अक्टूबर को रिलीज़ होने जा रही फिल्म 'मैं और चार्ल्स' में ऋचा चड्डा बोल्ड या द बोल्ड नहीं, बल्कि बोल्डेस्ट अवतार में नज़र आयेंगी।  वह फिल्म में एक लॉ स्टूडेंट मीरा का किरदार कर रही हैं, जो अंतर्राष्ट्रीय ठग चार्ल्स शोभराज के व्यक्तित्व से सम्मोहित है।  वह चार्ल्स की मीठी मीठी बातों और आकर्षक सपनों का शिकार हो जाती हैं। चूंकि, वह चार्ल्स पर मुग्ध हैं, इसलिए वह उसके लिए सब कुछ करने के लिए तैयार है।  ऐसे किरदार को करने के लिए अभिनेत्री को भी कुछ भी करना पड़ता है ।  'मैं और चार्ल्स' में ऋचा का बोल्डेस्ट अवतार मीरा के किरदार का प्रभाव है।  ऋचा ने फिल्म के प्रमोशन के दौरान फिल्म में चार्ल्स का किरदार कर रहे रणवीर हुड्डा के साथ नकली स्मूचिंग सीन करके यह आभास दे दिया था कि उनका किरदार कितना गर्म होगा। 'मैं और चार्ल्स' में उनके स्टिल फोटोग्राफ रणदीप हुड्डा के साथ बिस्तर पर हैं। इनमे वह अपने शरीर पर केवल एक तौलिया लपेटे नज़र आ रही हैं।  'मैं और चार्ल्स' ऋचा को कितनी हॉट एक्ट्रेस बनाएगी, यह तो वक़्त बताएगा।  लेकिन, यह ऋचा के वक़्त की ही पुकार है कि उन्हें इस प्रकार के सीन करने पड़ रहे हैं ।  'ओये लकी लकी ओये' में उनका चंचल किरदार, गंग्स ऑफ़ वासेपुर में उनका एक गैंगस्टर की तेज़ तर्रार बीवी का किरदार और 'गोलियों की रासलीला :राम-लीला' में उनका रसीला का इमोशनल किरदार उनके करियर को ख़ास फायदा नहीं पहुंचा पाया है।  मसान में उनकी भूमिका प्रभावशाली नहीं बन सकी थी।  ऐसे में उन्हें 'मैं और चार्ल्स' में अपना सब कुछ दांव पर लगाना ही था।  जो उन्होंने लगा दिया है।  आगे भी उनकी अभिनय क्षमता की नहीं सेक्स अपील की परीक्षा होगी।  पूजा भट्ट की फिल्म 'कैबरे' में वह एक कैबरे डांसर के किरदार में हैं।  ज़ाहिर है कि 'स्किन शो' तो करना ही होगा। सुधीर मिश्र की फिल्म 'और देवदास' में वह आधुनिक पारो के किरदार में हैं।  बताते हैं कि यह पारो शरतचंद्र के पारो से बिलकुल अलग है।  मतलब साफ़ है कि ऋचा चड्डा को ही अब साबित करना है कि वह अभिनय करना चाहेंगी कि और दो चार फिल्मों में अपनी सेक्स अपील का प्रदर्शन कर ट्विटर के पन्नो तक सीमित हो जाना चाहेंगी।

Wednesday 21 October 2015

हेलेन : एक सेंसुअस कैबरे डांसर

हेलेन का नाम लेते ही शोले की 'महबूबा महबूबा' याद आ जाती है।  थोडा पीछे जाए 'तीसरी मंजिल' में शम्मी कपूर के साथ थिरकती 'हसीना जुल्फों' वाली का थिरकता बदन आँखों के आगे घूम जाता है।  फिर फ़ास्ट फॉरवर्ड करते हैं। अमिताभ बच्चन को लेकर चंद्रा बारोट ने बनाई थी 'डॉन' । इस फिल्म का गीत 'छोरा गंगा किनारे वाला' अमिताभ के मस्त डांस की बदौलत हिट हुआ था।  लेकिन, हेलेन पर फिल्माया गया 'ये मेरा दिल प्यार का दीवाना' कहाँ पीछे था।  तेज़ बीट को थिरकने में पीछे छोड़ती लग रही थी।  २८ साल बाद फरहान अख्तर ने जब डॉन का रीमेक बनाया तो हेलेन वाला डांस करीना कपूर से करवाया।  करीना एक बड़ी ग्लैमरस एक्ट्रेस है।  उनकी थिरकन में सेक्स अपील है।  लेकिन, न जाने क्यों उन्हें देखते हुए हेलेन याद आ रही थी।  यही तो हेलेन के डांस की खासियत है।  वह हर प्रकार के डांस कर सकती है।  जिस डांस नंबर पर वह थिरकती है, वह उनका हो कर रह जाता है।  दूसरे विश्व युद्ध में पिता के मारे जाने के बाद, २१ अक्टूबर १९३९ को जन्मी हेलेन को लेकर उनकी माँ बर्मा से भारत चली आई थी।  माँ नर्स थी।  फिर भी घर का खर्च चलना मुश्किल हो रहा था।  ऐसे में हेलेन को पढ़ाई छोड़ कर कुछ कमाने के लिए निकलना पडा।  उस समय की बड़ी डांस कुकु पारिवारिक मित्र थी।  कुकु ने हेलेन को फिल्मों में डांस करने की सलाह दी। हालाँकि, कुकु की मदद से हेलेन को फ़िल्में मिलने लगी। लेकिन, इनमे उन्हें भीड़ के बीच कदम थिरकाने पड़ते थे। उनकी पहली सोलो डांसर फिल्म १९५३ में रिलीज़ 'अलिफ़ लैला' थी।  गीत था आशा भोंसले का गया 'राते प्यार की बीत जाएंगी'। इस फिल्म के बाद हेलेन का सितारा चमकने लगा।  'हावड़ा ब्रिज' का ओ पी नय्यर का संगीत बद्ध गीत 'मेरा नाम चिन चिन चू' बड़ा हिट गीत  साबित हुआ।  इस गीत के बाद हेलेन कैबरे क्वीन का बतौर  मशहूर हो गई।  एक समय ऐसा आया, जब बॉलीवुड में डांस जानने वाली अभिनेत्रियां आने लगी।  इसके कारण हेलेन को काम  मिलना काफी काम हो गया।  ऐसे समय में सलीम खान ने हेलेन की मदद की।  सलीम खान के कारण हेलेन को ईमान धरम, डॉन और दोस्ताना जैसी फिल्मों में अभिनय करने का मौका मिला।  महेश भट्ट ने फिल्म लहू के दो रंग में हेलेन को विनोद खन्ना की नायिका बना दिया। इस फिल्म  के लिए हेलेन को बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। हेलेन ने कई फिल्मों में वैम्प की भूमिकाएं की।  यहाँ एक दिलचस्प तथ्य यह है कि हेलेन ने १९६१ की फिल्म 'सम्पूर्ण रामायण' में सुपर्णखा का किरदार किया था। सत्तर के दशक में  पद्मा खन्ना, जयश्री टी, बिंदु, अरुणा ईरानी और कल्पना अय्यर जैसी कम डांसर्स के आ जाने के बाद फिल्मों में हेलेन की मांग घट गई।  उम्र भी उन पर भारी पड़ रही थी।  इसलिए, उन्होंने धीरे धीरे डांस करना बिलकुल काम कर दिए।  वह १९८३ में फिल्मों से दूर हो गई। फिर उन्होंने २००० में मोहब्बते फिल्म से छोटी छोटी भूमिकाएं करना शुरू कर दिया। उन्होंने संजयलीला भंसाली की फिल्म 'हम दिल दे चुके सनम' में  सलमान खान की माँ का किरदार किया था, जो रियल लाइफ में उनके सौतेले बेटे है। हेलेन ने अपने जीवन में ५०३ फिल्मों में डांसर, नायिका, खल नायिका, कैबरे  और चरित्र भूमिकाये की।