Saturday 14 January 2017

हुमा कुरैशी की ‘वायसराय हाउस’ का बर्लिन प्रीमियर

इन दिनों , हुमा कुरैशी की पहली अंतरराष्ट्रीय फिल्म वायसराय हाउस चर्चा में हैं ।बेंड इट लाइक बैकहम फेम गुरिंदर चड्ढा व्दारा निर्देशित यह फिल्म एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर एक प्रेम कहानी है। फिल्म वायसराय हाउस से हुमा के बॉलीवुड करीयर की शुरूआत हो रही है। इस फिल्म में हुमा ने भारत के आखरी वायसराय की मुस्लिम दुभाषिया आलिया की भुमिका की है। इस फिल्म में वायसराय की भुमिका में ह्यु बोनाविले और उनकी पत्नी के रूप में गिलीयन एंडरसन नजर आयेंगीं। वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन और उनके समुदाय के बीच के मतभेद और संघर्ष के दौरान हुमा कुरैशी और अभिनेता मनीष दयाल (100 फुट जर्नी फेम) की प्रेम कहानी दर्शाई गई है । यह फिल्म इस साल ९ फरवरी से शुरू होने जा रहे बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में भी दिखाई जा रही है । किसी अंतरराष्ट्रीय समारोह में दिखायी जानेवाली हुमा कुरैशी की यह तीसरी फिल्म होंगी। 2012 के कान्स फिल्म फेस्टिवल में हुमा कुरेशी की डेब्यु फिल्म गैंग्स ऑफ वसेपुर तथा 2014 के बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में डेढ इश्किया दिखायी गयी थी। इस फेस्टिवल में वायसराय हाऊस फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर होगा। फरवरी में रिलीज़ होने जा रही अपनी फिल्म जॉली एल एल बी-2 के प्रमोशन के बाद हुमा कुरेशी अपनी निर्देशिका गुरिंदर और बाकी टीम के साथ बर्लिन फेस्टिवल में शामिल होने चली जायेंगीं। 

Thursday 12 January 2017

XX चार हॉरर फिल्मों का संकलन

'एक्सएक्स' चार हॉरर फिल्मों का संकलन हैं। अलग अलग चार कहानियों को चार अलग महिला निर्देशकों ने लिखा और निर्देशित किया है।  एनी क्लार्क की फिल्म द बर्थडे पार्टी उनकी डेब्यू फिल्म भी है।  करीन कुसामा की फिल्म हर ओनली लिविंग सन एक बच्चे पर आत्मा के सवार होने की भयावनी कहानी है।  रोक्सेन बेंजामिन की फिल्म डोंट फॉल आपको दहला देने वाली फिल्म है।  द बॉक्स जोवानका वुसकोविच की  एक छोटे संदूक में छुपे भयावने सच की कहानी है।  सोफ़िया कैमिलो ने चारों कहानियों को परस्पर जोड़ा है।  इन फिल्मों में नताली ब्राउन, मेलानी लीनसकी, ब्रीडा वूल और क्रिस्टीना किर्क की मुख्य भूमिका है।  

Wednesday 11 January 2017

लिव-इन रिलेशनशिप को आदित्य और श्रद्धा का ओके जानू

अभिनेता आदित्य रॉय कपूर और अभिनेत्री श्रद्धा कपूर अपनी आगामी फिल्म ओके जानू का प्रमोशन बड़े जोरशोर  से कर  रहे  है। यह फिल्म लिवइन रिलेशनशिप पर आधारित है।  इस जोड़ी की यह दूसरी फिल्म है।  इनकी एक साथ पहली फिल्म आशिक़ी २ ने बॉक्स ऑफिस पर १०० करोड़ का आंकड़ा खड़ा किया था।  पेश है श्रद्धा कपूर और आदित्य रॉय कपूर से एक खास बातचीत -
क्या आप ओके जानू के मूल विचारो से खुद को रिलेट करते हैं ?
श्रद्धा कपूर- समय के साथ कई चीज़े बदल जाती हैं। आज कल लोग किसी भी  तरह का कमिटमेंट करने से डरते है। मैं भी कुछ ऐसा ही महसूस करती हूँ।  मैं भी यह करने में सक्षम हूँ। यह एक प्रचलित दुविधा है। हमारे  माता पिता  को  यह  निर्णय  लेने  में  ज़्यादा  समय  नहीं  लगा  था  कि  उन्हें  किसके  साथ  अपनी  ज़िन्दगी  बितानी है, पर  अब की जेनरेशन किसी भी  रिलेशनशिप में कदम रखने से पहले बहुत सोचती है। अब हम सबसे पहले अपने बारे में सोचते हैं।
आदित्य रॉय कपूर -इसी वजह से  हमारी फिल्म बहुत ही रेलेवेंट है। लिव इन रिलेशनशिप में बृद्धि होने के कारण राइटर्स इस मुद्दे पर लिख रहे हैं। मेरे कई दोस्त काफी समय से लीविंग रिलेशन शिप में रह रहे हैं। 
प्रश्न -- आज भी पेरेंट्स लिविंग रिलेशनशिप के खिलाफ है ?
आदित्य - यह बात सच है की आज भी कई पेरेंट्स अपने बच्चो को लिविंग रिलेशनशिप की अनुमति नहीं देते। मुझे खुद भी इसके फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी नहीं है, क्योंकि मैं खुद कभी लिविंग रिलेशनशिप में नहीं रहा हूँ। पर मैंने अपने कुछ दोस्तों को देखा है, जो लिव इन में रह रहे थे पर अब उनके रिश्ते खत्म होने की कगार पर हैं। वही दूसरी और मेरे कुछ ऐसे भी दोस्त है जो काफी समय से लिव इन में हैं और वे खुश भी हैं। शादी यह तो इंसानो द्वारा बनाया गया कांसेप्ट है। हर कोई इसे अमल करे यह जरूरी नहीं। मैं शादी में विश्वास करता हूँ।  मगर हर शादी सफल हो यह ज़रूरी नही। 
श्रद्धा कपूर -- मेरी एक फ्रेंड की माँ ने उसे शादी से पहले अपने पार्टनर के साथ लिव इन रिलेशन में रहने की सलाह दी। कुछ माता पिता  स्वतंत्र विचारोंवाले होते हैं। 
प्रश्न- अगर  आप  को  अपना  पाटनर  मिल गया तो क्या आप ओके जानू की तरह इस रिश्ते को निभाएंगे ? 
श्रद्धा कपूर -जब मैं उस व्यक्ति से मिलूंगी जिससे मैं प्यार करती हूँ और उसके साथ समय बिताना चाहती हूँ तो  मुझे  उसके  साथ लीव इन में रहने में कोई दिक्कत नहीं। 
प्रश्न - अगर आप के माता पिता इस बात से राजी नहीं हुए तो ?
श्रद्धा कपूर - मेरे माता पिता मुझे लेकर  बहुत प्रोटेक्टिव  हैं। मैं  उनके  लिए  हमेशा उनके लिए एक  छोटी सी बच्ची हूँ। मेरी ख़ुशी उनके लिए बहुत मायने रखती है। 
आदित्य रॉय कपूर  - हमें हमारे पेरेंट्स को नाराज़  ही क्यों करें।  हमारे  माता  पिता  खुश ही  होंगे, जब   उन्हें यह  पता  चलेगा  की उनके बच्चे इस डिसीजन से खुश हैं।

भारतीय डिजाइनर ब्रांड लिबास रियाज-रेशमा गांगजी की मुंबई में बीकेसी स्थित नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में पहली घंटी बजी

अब लिबास के रियाज गांगजी सार्वजनिक हो गए है। इसका क्या मतलब है ?  इसका मतलब है कि लिबास भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध पाने वाले पहले भारतीय डिजाइनर लेबल बन गया है। आरंभिक पब्लिक ऑफर ६८ रुपए है,पिछले आधे दशक से लिबास ने कई भारतीय डिजाइन घरों और लेबल किया है। जब इस बारे में रियाज से पूछा गया, तो उन्होंने इसके पीछे का कारण बताया।यदी आप लोगों को विश्वास हासिल करते है, तो कंपनी सही रूप
से विकसित होती है। एक बार आपका ब्रांड टॉप पर पहुंच जाता है, तो ब्रिकी अपने आप बढ़ जाती है। बेशक, इसका मतलब यह नहीं है कि अपने उत्पाद या सेवा में कोई कसर या कमी हो। वास्तव में, अब हम सार्वजनिक रुप से सूचीबद्ध है, यहां के लोगों का ब्रांड है कि दिशा में एक बड़ी भी जिम्मेदारी है। "नए साल का चेहरा दिखाने से पहले, यह खबर सामने आने से आपका स्वागत करता हूं, खासकर जब नोटबंदी और देश में मौजूदा मुद्रा की कमी कई व्यवासायों के लिए एक भावना हतोत्साहित किया गया है, इसमें फैशन भी शामिल है। उत्साहित रियाज कहते है, मुझे
लगता है कि अपने विशेष योग्यता के साथ व्यापार करने के लिए सक्षम होने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। लोग एक बार शो खत्म होने के बाद आंकडों पर ध्यान देती है। " आईपीओ का शुभारंभ एक कठिन और लंबी प्रक्रिया है और 2 साल तक का उपभोग कर सकते हैं! अनुपालन और जिम्मेदारियों प्रमोटरों के कंधों छोड़ दीजिए। जब हमने रियाज गांगजी पूछा कि इस कार्य को हाथ में लेने के लिए किसने प्रेरित किया ?  उन्होंने जवाब दिया, "बस मैं रचनात्मक हूं और मुझे संतुष्टि नहीं दे रहा था, मैं एक ऐसे स्थान पर पहुंचा हूं कि जहां देश के हर शहर में लिबास का नाम पहुंच
जाए। हम एक एफएमसीजी ब्रांड की तरह कई लोगों के जीवन को छूना चाहते हैं। और ऐसा सार्वजनिक निर्गम के माध्यम से ही संभव था। "उनकी अर्धांगिनी और सबकुछ साथ-साथ है, खुशी की कोई सीमा नहीं है। "हम पहले से ही पुणे, मुंबई लुधियाना, दिल्ली और दुबई में हैं। हम भारत के हर टियर 1 और टियर 2 शहर में उपलब्ध होना चाहते हैं। यही कारण है कि अब यह अंतिम योजना है ", रेश्मा गांगजी ने  कहा। रथी के दीपक शर्मा, एनएसईके रवि वाराणसी, राहुल रॉय, ने रेश्मा रियाज गांगजी और निशांत महीमतुरा को हार्दीक बधाई और शुभकामनाएं दी।

कुंग फु योगा के को स्टार सोनू सूद को जैकी चैन से मिला नए साल का तोहफा

सोनू सूद के लिए, अंतरराष्ट्रीय एक्शन स्टार अपनी आगामी ​इंडो-चाइनीज प्रोजेक्ट कुंग फु योगा में जैकी चेन के साथ स्क्रीन​ शेअर करना ​एक सपने के सच होने ​बराबर​​ ​है। ​सोनू सूद फिटनेस के बहुत दीवाने है और फिटनेस के प्रति उनकी दीवानगी और सोनू के फिजिक से जैकी चैन बहुत प्रभावित हुए है । फिल्म की शूटिंग के दौरान दोनों अभिनेताओ के बीच बहुत अच्छी बॉन्डिंग देखी गई ।  नए साल में सोनू सूद उस समय सरप्राइज़ हुए जब जैकी चैन ने उन्हें ऑटोग्राफ किये हुए बॉक्सिंग ग्लोव्स गिफ्ट दिए। ​जैकी चैन जल्द ही अपनी फिल्म के प्रचार के लिए भारत आएंगे । इस दौरान सोनू अपने हॉलीवुड के सह-कलाकार और करीबी दोस्त जैकी चैन की मेजबानी करेंगे । इस फिल्म में सोनू सूद और जैकी चैन के साथ लेज़ एक्सओ, दिशा पाटनी और अमायरा दस्तूर अभिनय करते हुए नजर आएंगे । फिल्म के निर्देशक स्टेनली टोंग है​ । फिल्म ​अंग्रेजी, हिंदी, तमिल और तेलुगू ​भाषा में ​​प्रदशित होगी।

Wednesday 4 January 2017

'रईस' के साथ चर्चा के 'काबिल' 'कॉफ़ी विथ डी'

फर्स्ट फ्राइडे जिंक्स से सहमा बॉलीवुड इस साल भी अपनी बड़े सितारों और बड़े बजट वाली फ़िल्में पहले शुक्रवार यानि ६ जनवरी २०१७ को बॉक्स ऑफिस पर नहीं उतार रहा है।  हालाँकि, आमिर खान की ऑन स्क्रीन पहलवान बेटियों के अखाड़े की धूल  बॉक्स ऑफिस पर छाई हुई है।  इसके बावजूद पहले शुक्रवार एक कम बजट वाली हिंदी फिल्म 'कॉफ़ी विथ डी' रिलीज़ होगी।  सुनील ग्रोवर, दीपानिता शर्मा, अंजना सुखानी और ज़ाकिर हुसैन की मुख्य भूमिका वाली इस कॉमेडी फिल्म की कहानी एक पत्रकार अर्नब के भारत के मोस्ट वांटेड अपराधी डी के इंटरव्यू लेने के कथानक पर केंद्रित है।  इस फिल्म का ट्रेलर काफी चर्चित हुआ था, क्योंकि फिल्म में अर्नब का किरदार कर रहे सुनील ग्रोवर इंग्लिश टीवी चैनल टाइम्स नाउ के अर्नब गोस्वामी की याद दिलाते थे। क्या  पहली बार फिल्म का निर्देशन कर रहे कानपुर उत्तर प्रदेश के सुनील मिश्र बॉलीवुड की फर्स्ट फ्राइडे जिंक्स को हरा पाएंगे ?
केवल छह हिंदी फ़िल्में
इसके बावजूद कि समूचे उत्तर भारत में ठण्ड अपने उतार पर होगी, जनवरी में कुल छह हिंदी फ़िल्में ही रिलीज़ होंगी।  इन आधा दर्जन हिंदी फिल्मों में तीन फ़िल्में ही ज़िक्र के काबिल हैं।  निर्देशक शाद अली की रोमांस ड्रामा फिल्म ओके जानू इसलिए कि इसमे आदित्य रॉय कपूर के साथ श्रद्धा कपूर गरमागरम रोमांस के काबिल नज़र आती हैं।  इस फिल्म का एक रीमिक्स गीत हम्मा हम्मा श्रद्धा कपूर के अंग प्रदर्शक और उत्तेजक भावभंगिमा वाले नृत्य के कारण चर्चा में आ गया है।   ओके जानू मणि रत्नम की तमिल फिल्म ओ काधाल कन्मनि का हिंदी रीमेक है।  यह फिल्म लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे युवा जोड़े आदित्य और तारा की कहानी है।  फिल्म में बूढ़े मकान मालिक लीला सेमसन और नसीरुद्दीन शाह का भी एंगल है। लीला सेमसन सेंसर बोर्ड की चेयरपर्सन रह चुकी हैं।  ओके जानू से उनका एक्टिंग डेब्यू हो रहा है।  आदित्य रॉय कपूर और श्रद्धा कपूर की जोड़ी की पहली फिल्म आशिक़ी २ सौ करोड़ क्लब में शामिल फिल्म है।  क्या यह जोड़ा एक बार फिर हिट होगा ? ध्यान रहे कि आदित्य रॉय कपूर की कैटरीना कैफ के साथ फिल्म फितूर बुरी तरह से पिटी थी।  ओके जानू १३ जनवरी को रिलीज़ हो रही है।
निर्देशक कोंकणासेन की पहली फिल्म 

इसी शुक्रवार कोंकणासेन शर्मा का डायरेक्टोरियल डेब्यू होगा।  फिल्म का नाम अ डेथ इन द गंज है।  इस फिल्म को कोंकणा ने ही लिखा है।  यह फिल्म ब्रिटिश शासकों द्वारा बसाये गए झारखण्ड के एक शहर की १९७९ की सर्द पृष्ठभूमि पर है, जब वहां एक मकान में रहने आये एक परिवार को आत्माओं का सामना करना पड़ता है। फिल्म में टीवी एक्टर विक्रांत मैसी, तिलोत्तमा शोम, गुलशन देवइया, ओमपुरी और तनूजा जैसे सितारे हैं। एक दूसरी चर्चित फिल्म हरामखोर भी १३ जनवरी को रिलीज़ हो रही है।  एक टीचर के अपनी छात्रा के साथ अवैध  सम्बन्ध वाली इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पारित करने से मना कर दिया था।  बाद में फिल्म अपीलेट ट्रिब्यूनल द्वारा पास की गई।  फिल्म में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी टीचर की भूमिका में हैं।
बॉक्स ऑफिस पर सोना बरसता है
रिपब्लिक डे वीकेंड अब सोना बरसाने वाला वीकेंड बन चूका है।  पिछले पांच सालों के रिपब्लिक डे वीकेंड के बॉक्स ऑफिस का जायजा लें तो यह वीकेंड बॉक्स ऑफिस पर सोना  बरसाने वाला वीकेंड साबित होता है। २०१२ में हृथिक रोशन, संजय दत्त, प्रियंका चोपड़ा, ऋषि कपूर और कैटरीना कैफ के चिकनी चमेली आइटम वाली फिल्म अग्निपथ ने पहले दिन ही २१ करोड़ ७६ लाख की कीर्तिमान ओपनिंग की थी।  फिल्म ने वीकेंड में ६२ करोड़ से ज़्यादा का कलेक्शन
किया था।  २०१३ में अब्बास मस्तान की सीक्वल फिल्म रेस २ रिलीज़ हुई थी।  अनिल कपूर, जॉन अब्राहम, सैफ अली खान,  दीपिका पादुकोण, जैक्विलिन फ़र्नान्डिस और अमीषा पटेल अभिनीत यह फिल्म २५ जनवरी को रिलीज़ हुई थी।  इस फिल्म ने १४.३ करोड़ की ओपनिंग ली थी।  फिल्म का वीकेंड बिज़नस ६० करोड़ से अधिक का हुआ था।  २०१४ को २४ जनवरी को सलमान खान की फिल्म जय हो रिलीज़ हुई थी। जय हो का पहले दिन का कलेक्शन १८.८ करोड़ का था।  फिल्म वीकेंड ६०.६ करोड़ का रहा।  २०१५ में अक्षय कुमार की स्पाई थ्रिलर फिल्म बेबी के सामने सोनम कपूर और पाकिस्तान के फवाद खान की कॉमेडी ड्रामा फिल्म डॉली की डोली रिलीज़ हुई थी।  इस टकराव के बावजूद बेबी ने ३६ करोड़ का कलेक्शन किया।  डॉली की डोली महज़ १९ करोड़ ही कमा सकी।  पिछले साल रिपब्लिक डे मंगलवार को था।  इसलिए,
इस दिन के पहले और बाद के दो शुक्रवार यानि २२ जनवरी और २९ जनवरी को दो एडल्ट कॉमेडी फ़िल्में क्या कूल हैं हम ३ और मस्तीज़ादे रिलीज़ हुई।   दोनों ही फ़िल्में बेहद घटिया स्तर की कॉमेडी वाली फ़िल्में थी।  लेकिन, तुषार कपूर, आफताब शिवदासानी और मंदना करीमी की फिल्म क्या कूल है हम ३ के मुकाबले सनी लियॉन के साथ तुषार कपूर और वीर दास की फिल्म मस्तीज़ादे ने।  हालाँकि, यह दोनों ही फ़िल्में सुपर फ्लॉप फिल्मों में  शुमार हैं। ज़ाहिर है कि पिछले पांच सालों में रिपब्लिक डे वीक बड़े बजट की फिल्मों के लिए फायदे वाला वीकेंड है।
सर्दी को गर्म करने वाला टकराव 

इस साल उतरती सर्दियों वाले जनवरी को गर्म करेगा दो बड़ी फिल्मों का टकराव।  हृथिक रोशन की एक्शन ड्रामा फिल्म काबिल २५ जनवरी को रिपब्लिक डे वीकेंड पर रिलीज़ हो रही है।  यही कारण है कि हृथिक रोशन की फिल्म काबिल के साथ टकराने के लिए शाहरुख़ खान की फिल्म रईस तैयार है। डायरेक्टर संजय गुप्ता की फिल्म काबिल के अंधे व्यक्ति द्वारा अपनी मंगेतर की बलात्कार के बाद हत्या करने वालों से बदला लेने की कहानी है।  इस फिल्म को दो फिल्मों कोरियाई फिल्म ब्रोकन और नेटफ्लिक्स की फिल्म डेयरडेविल का चर्बा बताया जा रहा है। इन दोनों ही फिल्मों के नायक अंधे थे।  इस अंधे नायक से डॉन का टकराव हो रहा है।
राहुल ढोलकिया निर्देशित रईस गुजरात के एक शराब तस्कर के डॉन बनने की कहानी है। बजट के लिहाज़ से दोनों ही फ़िल्में बराबरी रखती हैं।  रईस और काबिल में नायिका का कोई महत्व नहीं। यह दोनों ही फ़िल्में अपने नायकों हृथिक रोशन और शाहरुख़ खान के कन्धों पर चढ़ी हुई बॉक्स ऑफिस की वैतरणी पर करना चाहती हैं। क्या दो फिल्मों का टकराव बॉक्स ऑफिस पर सोन बरसायेगा ? क्या रिपब्लिक डे वीकेंड फिर से बड़े सितारों को फलेगा ?


राजेंद्र कांडपाल 

Saturday 31 December 2016

कम हो गई बिलियन डॉलर का ग्रॉस करने वाली हॉलीवुड फ़िल्में

हॉलीवुड हॉलीवुड में इस साल भी सुपर हीरो फिल्मों का दबदबा कायम रहा।  विज्ञानं फंतासी फिल्मो को भी कामयाबी मिली। बच्चों के लिए एनीमेशन फिल्मों ने बड़ों का भी मनोरंजन किया। अमेरिकी दर्शकों को आकर्षित करने वाली टॉप की पांच फिल्मों में दो सुपर हीरो फ़िल्में और तीन बच्चों की फ़िल्में थी।  वर्ल्डवाइड दर्शकों पर बच्चों की एनीमेशन फिल्मों का ही कब्ज़ा बना रहा।  केवल कैप्टेन अमेरिका: सिविल वॉर ही टॉप पर रही।  
पिछले साल की तुलना करें तो हॉलीवुड के लिए २०१६ कुछ फायदे वाला नहीं रहा। ख़ास तौर पर वर्ल्डवाइड ग्रॉस के लिहाज़ से। २०१५ में हॉलीवुड की दो फिल्मों ने २ बिलियन डॉलर से अधिक का वर्ल्डवाइड ग्रॉस किया था। तीन फ़िल्में एक बिलियन डॉलर से ज्यादा का ग्रॉस करने में सफल रही थी। इनमे चार फिल्मों स्टार वार्स: द फ़ोर्स अवकेंस, जुरैसिक वर्ल्ड, फ्युरिअस ७ और एवेंजर्स: एज ऑफ़ उल्ट्रोन ने भारत में भी बढ़िया ग्रॉस किया था। जबकि २०१६ में अभी तक हॉलीवुड की केवल तीन फिल्में कैप्टेन अमेरिका : सिविल वॉर, फाइंडिंग डोरी और जूटोपिया ही एक बिलियन डॉलर से अधिक का वर्ल्डवाइड ग्रॉस कर सकी हैं। ज़ाहिर है कि दो बिलियन डॉलर को छूना असंभव है।  
सुपर हीरो फिल्म कैप्टेन अमेरिका: सिविल वॉर ने वर्ल्ड वाइड १.१५३ बिलियन डॉलर का ग्रॉस किया। वर्ल्डवाइड १.०२७ बिलियन डॉलर का ग्रॉस कर ३डी एनीमेशन फिल्म फाइंडिंग डोरी दूसरे स्थान पर रही। फाइंडिंग डोरी से थोडा कम १.०२३ मिलियन डॉलर का ग्रॉस करने वाली फिल्म जूटोपिया ग्रॉस बिज़नस के लिहाज़ से तीसरे स्थान पर रही। हॉलीवुड की वर्ल्डवाइड ५०० मिलियन डॉलर से अधिक का ग्रॉस करने वाली ऎसी ११ फ़िल्में ही थी। 
इस लिहाज़ से २०१६ में हॉलीवुड की दो ज्यादा फिल्मों ने ५०० मिलियन डॉलर से अधिक का वर्ल्डवाइड ग्रॉस किया। पांच सौ मिलियन डॉलर से अधिक का ग्रॉस करने वाली फिल्मों में द जंगल बुक (९६६.६ मिलियन डॉलर), द सीक्रेट लाइफ ऑफ़ पेट्स (८७५.४ मिलियन डॉलर), बैटमैन वेर्सेस सुपरमैन: डौन ऑफ़ जस्टिस (८७३.३ मिलियन डॉलर), डेडपूल (७८३.१ मिलियन डॉलर), सुसाइड स्क्वाड (७४५.६ मिलियन डॉलर), फैंटास्टिक बीस्टस एंड वेयर टू फाइंड देम (७४४.७ मिलियन डॉलर), डॉक्टर स्ट्रेंज (६५६.२ मिलियन डॉलर), रोग वन: अ स्टार वार्स स्टोरी (५७३.८ मिलियन डॉलर), द मरमेड (५३३.८ मिलियन डॉलर), एक्समेन: अपोकैलिप्स (५४३.९ मिलियन डॉलर) और कुंग फु पांडा ३ (५२१.२ मिलियन डॉलर) के नाम शामिल हैं। इनमे से रोग वन १६ दिसम्बर को रिलीज़ हुई है। इसलिए इसका ग्रॉस बिलियन डॉलर के लेवल को छू सकता है। जहाँ तक हॉलीवुड फिल्मों के डोमेस्टिक ग्रॉस का सवाल है, एनीमेशन फिल्म फाइंडिंग डोरी ४८६.२ मिलियन डॉलर के ग्रॉस के साथ टॉप पर है। इस लिहाज से कैप्टेन अमेरिका: सिविल वॉर ४०८ मिलियन डॉलर के ग्रॉस के साथ दूसरे स्थान पर है। डोमेस्टिक बॉक्स ऑफिस पर तीन से लेकर १० तक की पायदान पर खडी नज़र आने वाली फिल्मों में द सीक्रेट लाइफ ऑफ़ पेट्स (३६८.३ मिलियन डॉलर), द जंगल बुक (३६४ मिलियन डॉलर), डेडपूल (३६३ मिलियन डॉलर), जूटोपिया (३४१.२ मिलियन डॉलर), बैटमैन वेर्सेस सुपरमैन: डौन ऑफ़ जस्टिस (३३०.३ मिलियन डॉलर), सुसाइड स्क्वाड (३२५.१ मिलियन डॉलर), रोग वन: अ स्टार वार्स स्टोरी (३१८.१ मिलियन डॉलर) और डॉक्टर स्ट्रेंज (२२८.६ मिलियन डॉलर) के नाम शामिल हैं। लगता है मशहूर हैरी पॉटर सीरीज की फिल्मों की पहली प्रेकुएल फिल्म फैंटास्टिक बीस्टस एंड वेयर टू फाइंड देम घरेलु दर्शकों के साथ साथ दुनिया के दर्शकों को आकर्षित कर पाने में नाकाम रही है। यह फिल्म ग्रॉस के लिहाज़ से घरेलु बॉक्स ऑफिस पर ११ वे नंबर पर है तो वर्ल्डवाइड नौवे नंबर का ग्रॉस ही कर सकी है। 
हिन्दुस्तान में लगभग सभी हॉलीवुड फ़िल्में डब कर हिंदी, तमिल और तेलुगु भाषा में रिलीज़ की जाने लगी हैं। इस साल तो हॉलीवुड की कुछ फिल्मों ने हिंदी फिल्मों को ज़बरदस्त टक्कर ही नहीं दी, उन्हें बॉक्स ऑफिस पर पीछे भी धकेल दिया। अगर ऐसा न होता तो भारतीय बॉक्स ऑफिस के ग्रॉस के लिहाज़ से हॉलीवुड फिल्म द जंगल बुक १०० करोड़ क्लब में खडी नज़र न आती। वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर ९६६.६ मिलियन डॉलर का ग्रॉस करने वाली द जंगल बुक ने हिन्दुस्तानी बॉक्स पर ३८.८३ मिलियन डॉलर का ग्रॉस किया। यह ग्रॉस भारतीय रुपये के लिहाज़ से दो सौ ६४ करोड़ से अधिक का है। दिलचस्प तथ्य यह है कि अमेरिका के घरेलु बॉक्स पर टॉप ग्रॉस करने वाली फाइंडिंग डोरी हिंदुस्तान में २.८ मिलियन डॉलर का ग्रॉस ही कर सकी। वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर १.१ बिलियन डॉलर का ग्रॉस कर शीर्ष पर रहने वाली कैप्टेन अमेरिका : सिविल वॉर ने भारत में केवल १२ मिलियन डॉलर का ग्रॉस ही किया। एक बिलियन डॉलर से ज्यादा का वर्ल्डवाइड ग्रॉस करने वाली जूटोपिया को भारत से केवल १.७ मिलियन डॉलर ही मिले। सीक्रेट लाइफ ऑफ़ पेट्स एक मिलियन डॉलर का ग्रॉस भी नहीं कर सकी। हॉलीवुड से दो सुपर हीरो फिल्मों बैटमैन वेर्सेस सुपरमैन: डौन ऑफ़ जस्टिस और डेडपूल को भारतीय बॉक्स ऑफिस से क्रमशः १०.७ मिलियन डॉलर और २.६ मिलियन डॉलर का ग्रॉस ही मिला। डॉक्टर स्ट्रेंज ने भारतीय बॉक्स ऑफिस से ५.१ मिलियन डॉलर बटोरे। एक्स-मेन सीरीज की फिल्म अपोकैलिप्स ने ५.८ मिलियन डॉलर का ग्रॉस किया। रोग वन ने ६.५१ लाख डॉलर का ग्रॉस किया है। 

२०१६ के टॉप पेड एक्टर्स 
हॉलीवुड के सबसे ज़्यादा कमाई करने वाले १६ एक्टर्स की लिस्ट के टॉप टेन में केवल चार अभिनेत्रियां हैं। इस लिस्ट में ज़्यादा अमेरिकी एक्टर्स हैं। इनमे से चार अमेरिका में पैदा नहीं हुए हैं।
केविन हार्ट                ८७.५ मिलियन डॉलर 
ड्वेन जॉनसन              ६४.५ मिलियन डॉलर 
जैकी चैन                 ६१.० मिलियन डॉलर 
मैट डैमन                 ५५.० मिलियन डॉलर 
टॉम क्रूज                 ५३.० मिलियन डॉलर 
जॉनी डेप                 ४८.० मिलियन डॉलर 
जेनिफर लॉरेंस             ४६.० मिलियन डॉलर 
बेन एफलेक               ४३.० मिलियन डॉलर 
सोफ़िया वेरगारा            ४३.० मिलियन डॉलर 
जेनिफर लोपेज़             ३९.५ मिलियन डॉलर 
विन डीजल                ३५.० मिलियन डॉलर 
रॉबर्ट डाउनी जूनियर         ३३.० मिलियन डॉलर 
मेलिसा मैकार्थी             ३३.० मिलियन डॉलर 
ब्रैड पिट                   ३१.५ मिलियन डॉलर 

अल्पना कांडपाल